विज्ञान

दुनिया का सबसे तेज सुपरकम्प्यूटर होने का दर्जा प्राप्त किया यह सुपर कम्प्यूटर, प्रति सेंकेड कर सकता है 2 करोड़ अरब गणनाएं

Kajal Dubey
29 Jan 2021 1:10 PM GMT
दुनिया का सबसे तेज सुपरकम्प्यूटर होने का दर्जा प्राप्त किया यह सुपर कम्प्यूटर, प्रति सेंकेड कर सकता है 2 करोड़ अरब गणनाएं
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सुपर कम्प्यूटर (Supercomputer) आम कम्प्यूटरों के मुकाबले अरबों खरबों गुना तेज गति से गणना कर सकते हैं.

जनता से रिश्ता वेब डेस्क। सुपर कम्प्यूटर (Supercomputer) आम कम्प्यूटरों के मुकाबले अरबों खरबों गुना तेज गति से गणना कर सकते हैं. फिर विशेषज्ञों को और भी ज्यादा शक्तिशाली कम्प्यूटरों की जरूरत है. पिछले कोविड-19 (Covid-19) महामारी के इलाज की खोज के लिए वैज्ञानिकों को बहुत ही अधिक शक्तिशाली सुपरकम्प्यूटर की जरूरत पड़ी थी. अब अमेरिका (USA) के व्योमिंग में एक नए एचपी एंटरप्राइस –कैरी एक्स (HPE-Cray EX) सुपरकम्प्यूटर ने दुनिया के सबसे तेज सुपरकम्प्यूटर होने का दर्जा हासिल करेगा.

इन मामलों में होगा बहुत मददगार
बताया जा रहा है कि यह सुपर कम्प्यूटर जलवायु परिवर्तन, तीव्र मौसम, जंगल की आग, और सौर ज्वालाओं के अध्ययन में मददगार साबित हो सकता है. होस्टन की ह्यूलेट पैकार्ड एंटरप्राइज ने शियाएन के सुपर कम्प्यूटर सेंटर को 3.5 से 4 करोड़ डॉलर देने की निविदा हासिल की है. यह घोषणा कोलोराडो के बोल्डर में नेशनल सेंटर फॉर एटमॉस्फियरिग रिसर्च (NCAR) ने की है.
मौजूदा सुपरकम्प्यूटर से 3.5 गुना तेज

एचपीई कैरी एक्स सुपरकम्प्यूटर सौद्धांतिक तौर पर 2 करोड़ अरब गणनाएं प्रति सेंकेड में कर सकता है. यह एनसीएआर व्योमिंग सुपरकम्प्यूटिंग सेंटर के अभी मौजूद सुपरकम्प्यूटर से 3.5 गुना तेज है. नई मशीन की अधिकतम गति एक महीने तक पृथ्वी के हर इंसान के एक सेकंड में एक मैथ्य समीकरण को हल करने के बराबर होगी.
कब तक काम करने लगेगा ये
इस तरह के शक्ति से कुछ ऐसे संवेदनशील सिम्यूलेशन किए जा सकेंगे जो बड़े स्तर की प्राकृतिक और इस मानवीय प्रभाव वाली घटनाओं के लिए होंगे. एनसीएआर के मुताबिक यह सुपरकम्प्यूटर इस साल प्रस्थापित होने और साल 2022 में पूरी तरह से कार्य शुरू करने के बाद दुनिया के 25 सबसे तेज सुपरकम्प्यूटरों की श्रेणी में आ जाएगा.
मिलेंगे बेहतर पूर्वानुमान
सेंटर के निदेशक एवरेट जोसेफ ने इस सुपरकम्प्यूटर की अहमियत बताते हुए न्यूज रिलीज में कहा, "यह मूलभूत शोध के लिए मददगार होगा जिससे हमारे आसपास की दुनिया के और ज्यादा विस्तार से और उपयोगी जानकारी के साथ बेहतर पूर्वानुमान मिल सकेंगे. इससे बढ़ते मंहगी आपदाओं के बारे में पहले से ही भरोसेमंद जानकारी मिल सकेगी जो हमारे स्वास्थ्य की बेहतरी में सहायक होगी.
सुपरकम्प्यूटिंग का उपयोग
इस सुपरकम्प्यूटिंग सेंटर की शुरुआत साल 2012 में हुई थी. तब से सैंकड़ों यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थानों से चार हजार से भी ज्यादा लोगों ने यहां की सुपरकम्प्यूटिंग का उपयोग किया है. यहां के वर्तमान सुपरकम्प्यूटर जिसे शियाएन नाम दिया गया है,अपने पूर्ववर्ती से तीन गुना ज्यादा तेज है. उस सुपरकम्प्यूटर का नाम येलोस्टोन रखा गया था. इस बार नए सुपरकम्प्यूटर का नाम बच्चों की एक स्पर्धा से होगा.
सुपरकम्प्यूटर बहुत ही शक्तिशाली कम्प्यूटर होते हैं. इनका उपयोग खास तौर पर वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग गणनाओं में किया जाता है. इनका उपयोग क्वांटम मैकेनिक्स, मौसम के पूर्वानुमान, जलवायु शोध, तेल और गैस अन्वेषण, आणविक मॉडलिंग जटिल सिम्यूलेशन जो अंतरिक्ष विज्ञान, नाभकीय उर्जा नियंत्रण, अंतरिक्ष यान आदि में किया जाता है.


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