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दुनिया की सबसे रहस्यमय किताब, गुत्थियों को सुलझाने में वैज्ञानिक भी हैं परेशान
![दुनिया की सबसे रहस्यमय किताब, गुत्थियों को सुलझाने में वैज्ञानिक भी हैं परेशान दुनिया की सबसे रहस्यमय किताब, गुत्थियों को सुलझाने में वैज्ञानिक भी हैं परेशान](https://jantaserishta.com/h-upload/2021/09/15/1298063--.webp)
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज के रहस्य में हम बात करने वाले हैं दुनिया की सबसे रहस्यमय किताब के बारे में। इस किताब का नाम वॉयनिच मैन्युस्क्रिप्ट है। इस पुस्तक के राज से कई लोगों ने पर्दा उठाने की कोशिश की, पर अपने इस प्रयत्न में वे कामयाब नहीं हो पाए हैं। कहा जाता है कि इस रहस्यमय किताब के भीतर कई अलौकिक राज दफन हैं, जिनका अगर पता चल जाए तो कई नई खोजें हो सकती हैं। अपने इसी अनोखेपन के कारण वॉयनिच मैन्युस्क्रिप्ट अक्सर चर्चा में रहती है। इस पुस्तक को ऐसी भाषा में लिखा गया है, जिसे आज तक कोई समझ नहीं पाया है। पिछले कई सालों से इस पुस्तक को डीकोड करने में कोई भी सफल नहीं रहा है। इस रहस्यमय किताब में आपको विभिन्न प्रकार की चित्रकारी देखने को मिलेगी, जिसमें कई तरह के पेड़ पौधे और फूल मौजूद हैं। इसी कड़ी में आज के रहस्य की श्रृंखला में हम आपको दुनिया की सबसे रहस्यमय पुस्तक वॉयनिच मैन्युस्क्रिप्ट के बारे में बताएंगे।
इस रहस्यमय पुस्तक में करीब 240 पन्ने हैं। हालांकि कुछ पन्ने किताब से गायब हैं। कार्बन डेटिंग से इस बात का पता चला है कि इस किताब को 1404 से 1438 के बीच लिखा गया होगा। कहा जाता है कि पुस्तक के जो अंश गायब हैं, उसमें और भी कई रहस्य मौजूद थे।
इस पुस्तक को पोलिश में रहने वाले एक अमेरिकी पुरातात्विक पुस्तक विक्रेता विल्फ्रेड एम वॉयनिच ने साल 1912 में खरीदा था। उन्होंने इस किताब को एक पुरानी किताबों की दुकान से खरीदा। इसी वजह से इस पुस्तक को वॉयनिच मैन्युस्क्रिप्ट नाम से जाना जाता है।
इस किताब को लिखने के लिए एक खास भाषा या लिपि का प्रयोग किया गया था, जिसे आज तक कोई जान नहीं पाया है। इसमें ऐसे फूल पत्तियों के चित्रों को शामिल किया गया है, जो शायद ही हमारी पृथ्वी पर मौजूद होंगे। इस पुस्तक के राज से पर्दा उठाने के लिए कई वैज्ञानिक और रिसर्चर्स ने इसको पढ़ने की कोशिश की, पर वो इसमें अब तक कामयाब नहीं हो पाए हैं।
यही नहीं इसमें बायोलॉजी, एस्ट्रोनॉमी और कॉस्मोलॉजी के बारे में भी बताया गया है। हालांकि किताब को डिकोड ना कर पाने के कारण अब तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि पुस्तक इन विषयों के माध्यम से क्या संदेश देना चाहती है? कुछ लोगों का ये कहना है कि अगर इसको डीकोड कर लिया जाए तो हमें ब्रह्मांड के कई अबूझ रहस्यों के बारे में पता चल सकता है।
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