विज्ञान

शोध में हुआ दावा, रोजाना एक गिलास दूध पीने वालों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम रहता है, जिससे उनमें दिल की बीमारियों का रिस्क कम रहता है

Ritisha Jaiswal
26 May 2021 10:02 AM GMT
शोध में हुआ दावा, रोजाना एक गिलास दूध पीने वालों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम रहता है, जिससे उनमें दिल की बीमारियों का रिस्क कम रहता है
x
यह दावा इंग्लैंड की रीडिंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने रिसर्च में किया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल की बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा 14 फीसदी तक घटाना है तो रोजाना एक गिलास दूध पिएं। रोजाना एक गिलास दूध पीने वालों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम रहता है। इसलिए दिल की बीमारियों का रिस्क कम रहता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने पर धमनियों में ब्लॉकेज बन जाते हैं। नतीजा, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। यह दावा इंग्लैंड की रीडिंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने रिसर्च में किया है।


20 लाख लोगों पर हुई रिसर्च
शोधकर्ताओं के मुताबिक, रोजाना दूध पीने वाले ब्रिटेन और अमेरिका के 20 लाख लोगों पर रिसर्च की गई। रिसर्च में सामने आया कि ऐसे लोगों में दिल की बीमारियों के मामले कम सामने आए।

रीडिंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता प्रो. विमल करणी कहते हैं, रिसर्च के दौरान हमने पाया कि दूध पीने वालों के जीन में बदलाव हुआ। इनका बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) तो ज्यादा था लेकिन बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम था। डेयरी प्रोडक्ट सेहत के लिए फायदेमंद साबित हुए हैं।

लेक्टेज जीन में बदलाव के कारण ऐसा हुआ
प्रो. विमल के मुताबिक, जिन लोगों के जीन में बदलाव हुआ उनमें दिल की बीमारियों का खतरा कम था। रिसर्च रिपोर्ट कहती है, दूध पीने के कारण लेक्टेज जीन में बदलाव दिखा। यही जीन दूध के जरिए शरीर में पहुंचने वाली शुगर को पचाने का काम करता है। यह बदला हुआ जीन इंसान के लिए फायदेमंद है।

क्या दूध पीने से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है?
लोगों में एक धारणा रहती है कि दूध पीने से डायबिटीज होने का खतरा बढ़ता है, लेकिन नई रिसर्च में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि दूध कम या ज्यादा पीने से डायबिटीज होने के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। दूध हड्डियों के लिए बेहद जरूरी है और विटामिन व प्रोटीन की कमी भी पूरी करता है।


Next Story