विज्ञान

मंगल में आ रहे रहस्यमयी भूकंप को लेकर हैरत में पड़े वैज्ञानिक

Gulabi Jagat
8 April 2022 1:06 PM GMT
मंगल में आ रहे रहस्यमयी भूकंप को लेकर हैरत में पड़े वैज्ञानिक
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दुनियाभर के वैज्ञानिक मंगल ग्रह पर जीवन की तलाश कर रहे हैं
दुनियाभर के वैज्ञानिक मंगल ग्रह (Mars) पर जीवन की तलाश कर रहे हैं। शोध के दौरान वैज्ञानिक आए दिन नए-नए खुलासे करते हैं। अब वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर हैरान करने वाली गतिविधि देखी है। उनका कहना है कि मंगल ग्रह पर रहस्यमयी भूकंप आ रहे हैं। हालांकि मंगल ग्रह पर भूकंप तो पहले भी आते रहे हैं, लेकिन इस बार बहुत जल्दी-जल्दी भूकंप आ रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इनकी तीव्रता भी ज्यादा है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि इन गतिविधयों से साफ है कि मंग्रल ग्रह अभी निष्क्रिय नहीं हुआ है। मंगल ग्रह के अंदर लगातार घरघराहट देखी जा रही है। मंगल पर भूकंप की घटनाएं बढ़ गई हैं। ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के जियोफिजिसिस्ट हरवोए कालसिक का कहना है कि मंगल ग्रह के मैंटल को समझना बेहद जरूरी है। उनका कहना है कि मैंटल को समझने के बाद ही यह जानकारी मिल पाएगी कि मंगल पर इतनी ज्यादा भूकंप की घटनाएं क्यों हो रही हैं। इसके अलावा सौर मंडल में ग्रह कैसे बने हैं?
सक्रिय है मंगल ग्रह
वैज्ञानिकों का अभी तक मानना था कि मंगल ग्रह पर कोई गतिविधयां नहीं होती है और वह शांत है। लेकिन अब इससे साफ हो गया है कि मंगल ग्रह सक्रिय है। नेचर जर्नल में यह स्टडी प्रकाशित हुई है। किसी ग्रह पर चुंबकीय शक्ति उसके अंदर से पैदा होती है। लेकिन मंगल ग्रह पर चुंबकीय शक्ति बेहद कम है। चुंबकीय शक्ति पैदा होने को आमतौर पर डायनमो कहा जाता है।
चुंबकीय शक्ति किसी ग्रह के सक्रिय होने और शांत होने के बीच की मुख्य डोर है। चुंबकीय शक्ति के चलते ही ग्रह और इस पर रहने वाले जीव-जंतु अंतरिक्ष के रेडिएशन से बचे रहते हैं। जैसा हमारी धरती पर है। धरती की तुलना में मंगल सूरज से ज्यादा दूरी पर है और वहां पर रेडिएशन अधिक है।
हरवोए कालसिक का कहना है कि चुंबकीय शक्ति के बिना किसी भी ग्रह पर जीवन की संभावना नहीं है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के इनसाइट लैंडर ने साल 2018 में पहली बार मंगल ग्रह से आ रही आवाजों को सुना था। तब वैज्ञानिकों को पुख्ता सबूत मिले कि मंगल ग्रह पर भूकंप आते हैं। इनसाइट लैंडर ने सैंकड़ों भूकंप का पता लगाया है।
हरवोए कालसिक और जियोफिजिसिस्ट वीजिया सुन ने मंगल ग्रह के इनसाइट द्वारा लिए डेटा और अलग डेटा की स्टडी की है। गैर-पारंपरिक तरह से दोनों ने इनकी गणना की है। मंगल ग्रह पर आने भूकंप को मार्सक्वेक कहा जाता है। इन दोनों वैज्ञानिकों ने 47 जोड़े भूकंप की गतिविधियों की स्टडी की है। जोड़ा का मतलब होता है भूकंप की लहर एक तरफ से आए और वापस लौट जाए।
वैज्ञानिकों ने स्टडी में पाया कि मंगल ग्रह पर भूंकप का केंद्र सेरबेरस फॉसे नाम का स्थान है। इस स्थान पर कई फॉल्ट्स का निर्माण हुआ है। साल 2019 में मई और जुलाई के बीच यह स्थान दो बड़े भूकंप का केंद्र रहा। हालांकि भूकंप किस वजह से आते हैं यह जानकारी नहीं मिल पाई है।
हरवोए कालसिक ने बताया कि नासा के डेटा के मुताबिक, रात में भूकंप रिकॉर्ड हुए हैं। मंगल ग्रह के मैंटल की वजह से यह 47 बार भूकंप आए हैं। सेरबेरस फॉसे इनका केंद्र रहा है। एक करोड़ साल से भी अधिक समय से यह केंद्र सक्रिय है। मंगल ग्रह के अंदर मैग्मा का बहाव अधिक होने की वजह ज्यादा भूंकप आ रहे हैं।
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