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विज्ञान
प्रोटीन की भूख और मोटापे से संबंधित हुई पहचान, चूहों पर किया गया शोध
Deepa Sahu
19 Oct 2021 2:22 PM GMT
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जापान के शोधकर्ताओं ने एक ऐसे प्रोटीन की पहचान कर ली है जिसका दिमाग को भूख संबंधी नियमित संकेत देने और उपापचय (मेटाबालिज्म) में अहम भूमिका है।
टोक्यो, जापान के शोधकर्ताओं ने एक ऐसे प्रोटीन की पहचान कर ली है जिसका दिमाग को भूख संबंधी नियमित संकेत देने और उपापचय (मेटाबालिज्म) में अहम भूमिका है। चूहों पर किए गए शोध में पाया गया कि मस्तिष्क के अग्रभाग में एक्सआरएन1 नामक प्रोटीन कम होने पर उनकी भूख बढ़ जाती है और वह मोटे हो जाते हैं।
जापान के ओकीनावा इंस्टीट्यूट आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी ग्रेज्युएट यूनिवर्सिटी (ओआइएसटी) के विज्ञानी प्रोफेसर तदाशी यामामोटो के अनुसार मूलभूत रूप से मोटापे का कारण भोजन करने और उससे उत्पन्न ऊर्जा के समायोजन में असंतुलन होता है। इस शोध को विज्ञान पत्रिका 'आइसाइंस' में प्रकाशित किया गया है। मौजूदा समय में मोटापा जनस्वास्थ्य की चिंता का बड़ा कारण है। विश्व भर में 65 करोड़ से अधिक वयस्क मोटापे का शिकार हैं। वजन अत्यधिक बढ़ जाने से इससे जुड़ी कई अन्य बीमारियां भी महामारी का रूप लेती जा रही हैं, जैसे- टाइप-2 डायबटीज, कैंसर आदि।
शोधकर्ता डा. अकीको यानागिया ने बताया कि हम लोग अब तक यह भी समझ नहीं पाए हैं कि दिमाग और पाचन क्रिया के बीच तालमेल कैसे बनता है। दिमाग और शरीर के अन्य भाग जैसे पैनक्रिया, लिवर और एडीपोज टिशु कैसे तालमेल से काम करते हैं
शोध में बताया गया है कि चूहे के दिमाग के अग्रभाग में न्यूरान की कमी करने से उनके दिमाग के उस हिस्से (हाइपोथैलेमस) में एक्सआरएन1 नाम के प्रोटीन की कमी हो जाती है। बादाम के आकार के इस हिस्से से हारमोन स्रावित होकर शरीर के विभिन्न भागों में जाते हैं। इससे शरीर के तापमान, नींद, भूख और प्यास को नियंत्रित किया जाता है। जिन चूहों में इस प्रोटीन की कमी पाई गई उन्होंने सामान्य चूहों के मुकाबले दोगुना खाना खाया।
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