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विज्ञान
हाथियों की सूंड कुशल और विविध क्षमताओं वाला औजार, किया गया अध्ययन
Gulabi Jagat
1 Aug 2022 6:51 AM GMT
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हाथियों की सूंड
हाथियों (Elephants) की सूंड एक बहुत ही कुशल और विविध क्षमताओं वाला औजार है. इसके उपयोग में केवल मांसपेशियां ही नहीं बल्कि मुड़ी हुई चमड़ी (Skin) का भी बड़ा योगदान होता है जिससे यह नाजुक वनस्पति को पकड़ने के साथ ही पेड़ के भारी तने भी तोड़ सकते हैं. अध्ययन में पाया गया है कि सूंड समान रूप से नहीं खिंचती है. इसकी कार्यप्राणाली नर्म रोबोटिक्स (Soft Robotics) में काफी उपोयगी सिद्ध हो सकती है.
हाथियों की सूंड (Elephant Trunk) वैज्ञानिकों के लिए बहुत रोचक विषय है. यह एक शानदार औजार की तरह हाथियों की अहम पूंजी की तरह होती है. नए अध्ययन से पता चला है कि इसके खिंचाव में मांसपेशियों (Muscles of trunk) की ही नहीं बल्कि मुड़ने वाली चमड़ी का भी योगदान होता है. मांसपेशी और चमड़ी का यह संयोजन इस जानवर को नाजुक वनस्पति को पकड़ने से लेकर पेड़ के तने को भी तोड़ने में सक्षम बना देता है. इस पड़ताल के नतीजे वैज्ञानिकों को नर्म रोबोटिक्स (Soft Robotics) में भी मददगार साबित हो सकते हैं.
जू अटलांटा के साथ हुए जोर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के इस शोध में पाया गया है कि हाथी की चमड़ी (Elephant Skin) हर जगह से समान रूप से नहीं खिंचती है. सूंड (Trunk of Elephant) का शीर्ष उसके निचले हिस्से की तुलना में ज्यादा लचीला है. वहीं जब कुछ दूर से पकड़ने की बारी आती है तो पीछे का हिस्सा आगे की ओर आ जाता है. जहां तरल पदार्थ से भरे छेद लचीलापन देते हैं सूंड तो बलपूर्वक तोड़ना आसान नहीं है. शोधकर्ताओं ने नर्म रोबोटिक्स (Soft Robotics) में चमड़ी जैसी संरचना मशीनों के सुरक्षा और ताकत के साथ कार्य करने में लचीलापन भी दे सकता है.
जॉर्जिया की टेक टीम ने इस शोधपत्र को प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस में प्रकाशित किया है. इसी टीम ने हाथियों की सूंड (Elephant Trunk) के खाना और पानी लेने पर भी एक अध्ययन किया था. इस अध्ययन के प्रमुख लेखक एंड्रयू शुल्ट्ज ने बताया कि जब लोग अपनी जीभ आगे बढ़ाते हैं तो उन मांसपेशियां (Muscles) भरी होती है, और बिना हड्डी के ऊतकों की संरचना भी हाथियों की सूंड की तरह होती है. वह समान रूप से खिंचती है. उन्होंने भी इसी तरह की अपेक्षा की थी जब हाथी खाने के लिए सूंड को आगे बढ़ाता है. शोधकर्ताओं ने दो सावाना हाथियों (Savannah Elephant) के की ऐसा करते हुए फिल्म बनाई . हाई स्पीड कैमरा फुटेज देखने पर शोधकर्ता हैरान रह गए कि ऐसा नहीं था.
शोधकर्ताओ ने हाथी की सूंड (Elephant Trunk) की चमड़ी को काटकर देखा और उसके लोच को बेहतर तरह से समझने का प्रयास किया. उन्होंने पाया की चमड़ी का शीर्ष का हिस्सा जो मुड़ा हुआ था, मरझाए हुए अंदर के हिस्से की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा लचीला (Flexible) है. ऐसा तब था जब वे चमड़ी को काम करते हुए नहीं बल्कि सामान्य स्थिति में ही उसका अवलोकन कर रहे थे. लचीली मुड़ी हुई चमड़ी (Elephant Skin) केवल हाथियों में ही पाई जाती है. वो पीछे के या अंदर के हिस्से को की रक्षा करती है इससे हाथी को नीचे से चींजों को पकड़ने और उठाने में मदद मिलती है.
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि हाथी की सूंड (Elephant Trunk) कई मामलों में दूसरे मासंपेशी वाले जीवों , जैसे कि स्क्विड या ऑक्टोपस (Octopus)d के अंगों से काफी अलग है. एक समान बढ़ने के बजाय हाथी अपनी सूंड़ को टेलीस्कोप की तरह बढ़ाते हैं., जैसे की एक छाता धीरे धीरे तरंग स्वरूप में बढ़ता है. हाथी पहले उस हिस्से को बढ़ाते हैं जिसमें सूंड का शीर्ष (Tip of the Trunk) होता है फिर इसक बाद धीरे धीरे दूसरे हिस्से आगे बढ़ते हैं और ऐसा हाथी चैतन्य रूप से कर पाते हैं.
शुल्ट्ज का कहना है कि हाथी (Elephant) लोगों (People) की तरह होते है वे भी आलसी होते हैं. सूंड (Elephant Trunk) के अंत का हिस्सा एक लीटर वाली मांसपेशी होती है. उसके मुंह के पास का हिस्सा11-15 लीटर की मांसपेशियों का होता है. हाथी अपनी सूंड की आखिरी हिस्से पहले खिंचाव देता है. उसके बाद उससे जुड़े हिस्सो आगे बढ़ता है क्योंकि उन्होंने आसानी से हिलाया जा सकता है. यदि हाथियों को कुछ पहुंचने के लिए ज्यादा काम नहीं करने पड़े तो वे नहीं करते हैं.
शुल्ट्ज का कहना है कि वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने अभी तक हाथी की सूंड (Elephant Trunk) और उसकी जैवयांत्रिकी पर ज्यादा शोधकार्य नहीं किया है. उनका मानना है कि उन्हें बेहतर समझकर हम उनके संरक्षण (Conservation of Elephant) में मददगार हो सकते हैं. एक मैकेनिकल इंजीनियर होने के नाते शुल्ट्ज का मानना है कि इसके रोबोटिक (Robotics) में उपयोग हो सकते हैं. उनका कहना है कि नर्म रोबोटिक्स हमेशा से ही जीवविज्ञान के मांसपेशियों की गतिविधियों से प्रेरित रहा है. यदि मशीनों को सुरक्षा देने वाली चमड़ी दी जाए तो वे ज्यादा बल लगा सकती हैं.
Gulabi Jagat
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