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Delhi दिल्ली: एक नए शोध में एंटीबॉडी-आधारित थेरेपी को म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के इलाज के लिए कारगर पाया गया है। यह फंगल संक्रमण, जो कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले रोगियों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है, कोविड-19 महामारी के दौरान विशेष रूप से घातक साबित हुआ था।
कैसे होता है म्यूकोरमाइकोसिस संक्रमण?
✅ यह संक्रमण म्यूकोरलेस फंगस के कारण होता है।
✅ कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले मरीजों में संक्रमण तेजी से फैलता है।
✅ कोविड-19 मरीजों में कॉर्टिकोस्टेरॉइड के उच्च डोज के कारण यह अधिक जानलेवा साबित हुआ।
UCLA शोधकर्ताओं ने बनाई नई एंटीबॉडी
🔬 यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया-लॉस एंजिल्स (UCLA) के वैज्ञानिकों ने CotH नामक फंगल प्रोटीन को टारगेट करने के लिए VX-01 नामक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी विकसित की है।
🔬 VX-01 स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए बिना फंगल संक्रमण को रोकने में सक्षम है।
🔬 यह एंटीबॉडी फंगल कोशिकाओं को मानव कोशिकाओं और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने से रोकती है, जिससे संक्रमित ऊतकों तक दवा आसानी से पहुंच सकती है।
शोधकर्ताओं का बयान
🧪 शोधकर्ता अशरफ इब्राहिम ने बताया कि यह बीमारी उन लोगों में अधिक पाई जाती है, जो:
✔️ मधुमेह से पीड़ित हैं
✔️ कैंसर के लिए कीमोथेरेपी करा रहे हैं
✔️ ऑर्गन ट्रांसप्लांट करा चुके हैं
VX-01 थेरेपी का प्रभाव
✅ म्यूकोरमाइकोसिस से लड़ने में प्रभावी
✅ मानव कोशिकाओं पर सुरक्षित
✅ इम्यूनोथेरेपी के लिए नई उम्मीद
