धर्म-अध्यात्म

महाशिवरात्रि पर इस तरह करें पूजा, जानें शुभ मुहूर्त

Triveni
9 March 2021 4:20 AM GMT
महाशिवरात्रि पर इस तरह करें पूजा, जानें शुभ मुहूर्त
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हर वर्ष के फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पावन त्यौहार मनाया जाता है।

जनता से रिश्ता वेबडेसक | हर वर्ष के फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पावन त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन शिव भक्त भोलेनाथ की भक्ति में लीन रहते हैं। इस दिन शिवजी के साथ-साथ देवी पार्वती जी की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन शिवजी की पूजा करने से उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इसलिए हिंदू धर्म में रात्रि कालीन विवाह मुहूर्त को बेहद उत्तम माना गया है। आइए जानते हैं महा शिवरात्रि का पूजा समय और शुभ मुहूर्त:

महा शिवरात्रि का पूजा समय और शुभ मुहूर्त:
फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि, 11 मार्च, गुरुवार
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ- 11 मार्च, गुरुवार, दोपहर 2 बजकर 39 मिनट तक
चतुर्दशी तिथि समाप्त- 12 मार्च, शुक्रवार, दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक
निशिता काल पूजा समय- 11 मार्च मध्य रात्रि के बाद रात 12 बजकर 6 मिनट से रात 12 बजकर 55 मिनट तक
अवधि- 48 मिनट
पारण समय- 12 मार्च, शुक्रवार, सुबह 6 बजकर 34 मिनट से दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय: 11 मार्च, शाम 06 बजकर 27 मिनट से 09 बजकर 29 मिनट तक।
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय: 11 मार्च, रात 9 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक।
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय: 11 मार्च, 12 बजकर 31 मिनट से 12 मार्च को तड़के 03 बजकर 32 मिनट तक।
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय: 12 मार्च के प्रात:काल 03 बजकर 32 मिनट से सुबह 06 बजकर 34 मिनट तक।
गृहस्थ और साधकों के लिए महाशिवरात्रि पर पूजा का समय:
इस दिन तंत्र, मंत्र साधना, तांत्रिक पूजा, रुद्राभिषेक करने के लिए जो मुहूर्त रहेगा वो 12 बजकर 25 मिनट से 1 बजकर 12 मिनट तक श्रेष्ठ होगा। गृहस्थ को सुबह और संध्या काल में शिवजी की पूजा करनी चाहिए। इसका मुहूर्त 2 बजकर 40 मिनट से होगा। इसी समय से चतुर्दशी लग रही है तो दोपहर के बाद शिवजी की पूजा करना बेहद विशेष होगा। इससे विशेष फल की प्राप्ति होती है।
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