धर्म-अध्यात्म

गंगा दशहरा कब है? जानें तिथि, मुहूर्त और धार्मिक महत्व

Renuka Sahu
1 Jun 2022 3:36 AM GMT
When is Ganga Dussehra? Know Date, Muhurta and Religious Significance
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फाइल फोटो 

गंगा दशहरा ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाई जाती है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाई जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था. उन्होंने राजा भगीरथ के पूर्वजों का उद्धार किया, जिससे उनको मोक्ष की प्राप्ति हुई. गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा नदी में स्नान करते हैं और मां गंगा की पूजा करते हैं, ताकि पाप मिट सकें और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो. इस अवसर पर काशी, प्रयागराज, हरिद्वार, ऋषिकेश, गढ़मुक्तेश्वर आदि स्थानों पर स्नान का आयोजन होता है और शाम के समय में गंगा आरती करते हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं गंगा दशहरा की तिथि, पूजा मुहूर्त और महत्व के बारे में.

गंगा दशहरा 2022 तिथि और मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, इस वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि का प्रारंभ 09 जून दिन गुरुवार को सुबह 08 बजकर 21 मिनट से हो रहा है. इस तिथि का समापन अगले दिन शुक्रवार 10 जून को सुबह 07 बजकर 25 मिनट पर होगा.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, गंगा जी का पृथ्वी पर अवतरण ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को हस्त नक्षत्र में हुआ था. हस्त नक्षत्र का प्रारंभ 09 जून को प्रात: 04 बजकर 31 पर हो रहा है और इसका समापन 10 जून को सुबह 04 बजकर 26 मिनट पर होगा. ऐसे में इस वर्ष गंगा दशहरा 09 जून गुरुवार को मनाया जाएगा.
रवि योग में गंगा दशहरा
इस साल गंगा दशहरा रवि योग में है. इस दिन प्रात:काल से ही रवि योग शुरु हो जाएगा. इस योग को पूजा पाठ एवं मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है.
गंगा दशहरा का महत्व
राजा भगीरथ अपने पूर्वजों की आत्माओं को मोक्ष दिलाने के लिए मां गंगा को स्वर्ग से पृथ्वी पर लाना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने कठिन तप किया, जिसके फलस्वरूप मां गंगा पृथ्वी पर आने के लिए सहमत हुईं. पृथ्वी पर आने से पहले मां गंगा ब्रह्मा जी के कमंडल में प्रवेश कीं, उसके बाद वे भगवान शिव की जटाओं से होते हुए पृथ्वी पर अवतरित हुईं.
मां गंगा की पवित्रता और शुद्धता से राजा भगीरथ के पूर्वजों को मोक्ष प्राप्त हुआ. उसके बाद से मां गंगा सदा के लिए पृथ्वी पर बहने लगीं और मनुष्यों को पाप से मुक्त करके मोक्ष प्रदान करने लगीं.
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