- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- रोग अनुसार धारण करें...
x
आयुर्वेद में रत्नों की भस्म द्वारा रोग निवारण के प्रयोग बताए गए हैं।
रत्न जहां भाग्योन्नति में सहायक होते है वहीं यदि रत्नों को कुंडली के अनुसार धारण करने से रत्न जातक को रोगों से लड़ने की शक्ति भी देते हैं। आयुर्वेद में रत्नों की भस्म द्वारा रोग निवारण के प्रयोग बताए गए हैं।
अतः रत्नों में ग्रहों की ऊर्जा होती है। जो जातक को स्वास्थ्य बल भी प्रदान करती है। अतः रोग अनुसार रत्न धारण करें-
जैसे -
1 पन्ना - अच्छी स्मरण शक्ति के लिए धारण करें।
2 नीलम - गठिया, मिर्गी, हिचकी एवं नपुंसकता को नष्ट करता है।
3 फिरोजा -दैविक आपदाओं से बचाने के लिए फिरोजा धारण करें।
4 मरियम - बवासीर या बहते हुए रक्त को रोकने के लिए।
5 माणिक - रक्त वृद्धि के लिए।
6 मोती - तनाव व स्नायु रोगो के लिए।
7 किडनी स्टोन -किडनी रोग निवारण के लिए।
8 लाड़ली -हृदय रोग, बवासीर एवं नजर रोग के लिए धारण कर सकते हैं।
9 मूंगा, मोती - मुंहासों के लिए धारण करें।
10 पन्ना, नीलम, लाजवर्त - पेप्टीक अल्सर में उपयोगी है।
11 पुखराज,लाजावर्त्त, मूनस्टोन - दांतों के लिए
12 माणिक, मोती, पन्ना - सिरदर्द के लिए।
13 गौमेद या मून स्टोन -गले की खराबी के लिए।
14 माणिक, मूंगा, पुखराज - सर्दी, खांसी, बुखार जिसे बार-बार होता है, वह धारण करें।
15 मूंगा, मोती, पुखराज - दुर्घटना से बचने के लिए... या बार-बार दुर्घटना होने पर धारण करें।
16 तांबे की चेन - कूकर खांसी के लिए
17 मूंगा, मोती, पन्ना -मूंगा, मोती, पन्ना एक ही अंगूठी में मोतियाबिंद को नष्ट करने के लिए धारण करें।
18 मूंगा, पुखराज- कब्ज मुक्ति के लिए।
19 पन्ना, पुखराज, मूंगा-पन्ना, पुखराज, मूंगा,एक ही अंगूठी में ब्रेन ट्युमर के लिए धारण करें।
20 मोती, पुखराज - चांदी की चेन में हर्निया के लिए धारण करें।
रत्नों को ऐसे अनेक प्रकार से कई बीमारियों को नष्ट करने के लिए स्वास्थ्य बल प्राप्ति के लिए धारण करते हैं।
कोई भी रत्न शुभ-अशुभ दोनों प्रकार से फल प्रदान करता है। अतः अधिक सुखफल प्राप्ति के लिए अपनी कुंडली किसी प्रतिष्ठित ज्योतिषी को दिखाकर ही रत्न धारण करें।
Tagsरोग अनुसार धारण करें रत्नरत्न कैसे चुने राशि के अनुसारकौन सा रत्न धारण करेंरत्न धारणकैसे धारण करें रत्नकौन सा रत्न पहनेWear gems according to diseasehow to choose gems according to zodiac signwhich gem to wearwear gemshow to wear gemswhich gems to wearवास्तु दोषवास्तु दोष उपायवास्तु दोष निवारण के उपायवास्तु शास्त्रवास्तु शास्त्र का ज्ञानवास्तु के नियमवास्तु टिप्सकुछ महत्वपूर्ण वास्तु नियमसनातन धर्महिंदू धर्मभारतीय ज्योतिष शास्त्रज्योतिष शास्त्रVastu DoshaVastu Dosha RemediesVastu ShastraKnowledg Vastu ShastraRules of VastuVastu TipsSome Important Vastu RulesSanatan DharmaHinduismIndian AstrologyAstrologyताज़ा समाचारब्रेकिंग न्यूजजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार हिंदी समाचारआज का समाचारनया समाचारदैनिक समाचारभारत समाचारखबरों का सिलसीलादेश-विदेश की खबरTaaza SamacharBreaking NewsJanta Se RishtaJanta Se Rishta NewsLatest NewsNews WebdeskToday's Big NewsToday's Important NewsHindi NewsBig NewsCountry-World NewsState-wise Hindi NewsToday's Newsnew newsdaily newsindia newsseries of newsnews of country and abroad
Apurva Srivastav
Next Story