धर्म-अध्यात्म

दांपत्य जीवन को तबाह कर देती है ये 4 बातें, चाणक्य नीति में किया गया है इनका जिक्र

Renuka Sahu
2 Nov 2021 1:24 AM GMT
दांपत्य जीवन को तबाह कर देती है ये 4 बातें, चाणक्य नीति में किया गया है इनका जिक्र
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फाइल फोटो 

आचार्य चाणक्य ने ​अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में कई तरह की ऐसी बातें पेश की हैं, जो आज के वक्त में भी प्रासंगिक हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आचार्य चाणक्य ने ​अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में कई तरह की ऐसी बातें पेश की हैं, जो आज के वक्त में भी प्रासंगिक हैं. ये आचार्य चाणक्य की दूर​दर्शिता को खास रूप में पेश करता है. यही कारण है कि आचार्य को आज भी बेहतरीन लाइफकोच के तौर पर देखा जाता है. आचार्य चाणक्य को कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है.आचार्य चाणक्य दुनिया भर में अपनी नीतियों को लेकर प्रसिद्ध हैं.

महान रणनीतिकार और अर्थशास्त्री चाणक्य ने अपनी नीतियों के बल पर ही नंद वंश का नाश किया था और एक साधारण से बालक चंद्रगुप्त मौर्य को अपनी नीतियों के चलते मगध का सम्राट बनाया था. चाणक्य को केवल राजनीति ही नहीं समाज के भी हर एक विषय की गहराई से जानकारी और परख थी. आचार्य चाणक्य ने एक नीति शास्त्र की रचना भी की है, जिसमें उन्होंने समाज के लगभग हर एक विषयों से संबंधित जरूरी बातों का जिक्र किया है.
पति पत्नी के संबंध का जिक्र
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में पति-पत्नी के के आपसी संबंधों के बारे में बताया गया, इसमें उन बातों के बारे में बताया गया है जो अकसर दांपत्य जीवन को बर्बाद कर देता है. चाणक्य ने पति पत्नी के बीच के खराब चीज को धीमा जहर बताया है, जो आखिरकार रिश्ते को तबाह कर देती हैं. तो आइए जानते हैं कौन सी वो बातें हैं जिनसे बचा जा सकता है.
अहंकार
चाणक्य जी के अनुसार पति-पत्नी के रिश्ते को कमजोर बनाने का सबसे बड़ा कारण अहंकार होता है. चाणक्य की नीति के अनुसार एक रिश्ते में पति और पत्नी दोनों को बराबरी का हक होता है. ऐसे में इस रिश्ते में अहंकार का कोई स्थान नहीं होता. अगर इस रिश्ते में अहंकार आ जाए तो रिश्ता बिखर जाता है.
शक
चाणक्य जी का मानना है कि पति-पति के रिश्ते में शक की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। क्योंकि शक अकसर रिश्ते को बर्बाद कर देता है। एक बार रिश्ते में शक और गलतफहमी आ जाए तो वह पूरी तरह से बिखर जाता है.
झूठ
चाणक्य के अनुसार कोई भी रिश्ता झूठ के सहारे नहीं चल सकता. जब उस रिश्त में झूठ का आगमन हो जाता है तो निजी जीवन में परेशानियां का आना तय है. ऐसे में पति-पत्नी के रिश्ते में कभी भी झूठ नहीं आना चाहिए.
आदर-सम्मान की कमी
चाणक्य नीति में इस बात उल्लेख किया गया है कि पति-पत्नी के रिश्ते में आदर-सम्मान की कमी के कारण भी रिश्ता टूटने की कगार पर आ जाता है. इसलिए रिश्ते में आदर और सम्मान की बहुत जरूरत होती है.


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