धर्म-अध्यात्म

इन राशियों पर चल रही है शनि की साढ़े साती और ढैय्या, बुरे प्रभाव को कम करने के लिए करें उपाय

Subhi
23 Aug 2022 4:38 AM GMT
इन राशियों पर चल रही है शनि की साढ़े साती और ढैय्या, बुरे प्रभाव को कम करने के लिए करें उपाय
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अप्रैल माह के अंत में शनि करीब 30 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश कर गए थे। इसके बाद 23 अक्टूबर से 17 जनवरी 2023 तक मकर राशि में मार्गी रहेंगे और फिर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कुंभ राशि में प्रवेश करने से कुछ राशियों को साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। वहीं इन चार राशियों पर शनि का प्रकोप रहेगा।ऐसे में शनि के दोष को कम करने के लिए कुछ उपाय करना होगा लाभकारी।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अप्रैल माह के अंत में शनि करीब 30 साल बाद कुंभ राशि में प्रवेश कर गए थे। इसके बाद 23 अक्टूबर से 17 जनवरी 2023 तक मकर राशि में मार्गी रहेंगे और फिर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कुंभ राशि में प्रवेश करने से कुछ राशियों को साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। वहीं इन चार राशियों पर शनि का प्रकोप रहेगा।ऐसे में शनि के दोष को कम करने के लिए कुछ उपाय करना होगा लाभकारी।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह के गोचर से मीन राशि पर साढ़ेसाती आरंभ हो गई है। इसके साथ ही कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण आरंभ होगा इससे इस राशि के लोगों को धन लाभ मिलने के आसार है। वहीं मकर राशि पर साढ़े साती का अंतिम चरण आरंभ हो गया है। वहीं कर्क राशि और वृश्चिक राशि पर ढैय्या का आरंभ हो गई है।

शनि के अशुभ प्रभाव से बचना है, तो रोजाना हनुमान जी की पूजा करना शुभ होगा। हनुमान जी की कृपा से हर तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाएगी। नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके साथ मंगलवार के दिन हो सके तो रामायण जरूर पढ़ें। इसके साथ मंगलवार के दिन हनुमान दि को चमेली के तेल में कुमकुम मिलाकर लेप लगाएँ। इससे शनिदेव के अशुभ प्रभाव कम हो जाता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद पीपल को जल अर्पित करें। इसके साथ ही 7 बार परिक्रमा कर लें। वहीं शाम के समय सरसों का दीपक अवश्य जलाएं।

घोड़े के नाल का छल्ला

शनि साढ़े साती से छुटकारा पाने के लिए काले घोड़े की नाल या फिर नाव की कील की बनी अंगूठी बनवाकर दाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में पहन लें। अंगूठी शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय धारण कर लें।


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