धर्म-अध्यात्म

Shani Pradoash Vrat 2024: पौष मास का शनि प्रदोष है खास, ऐसे दूर करें शनि की पीड़ा

Renuka Sahu
28 Dec 2024 3:51 AM GMT
Shani Pradoash Vrat 2024: पौष मास में शनि प्रदोष का शुभ संयोग आज है। इस दिन अनुराधा नक्षत्र और शूल योग बन रहा है जो शनि की पीड़ाओं से मुक्ति दिलाने के लिए विशेष संयोग बनाएगा। इस दिन सूर्य धनु राशि में और चंद्र वृश्चिक राशि में गोचर करेगा।जिन लोगों को शनि की साढ़ेसाती और ढैया में परेशानी मिल रही है वे इस दिन उपाय अवश्य करें।जिन लोगों को कालसर्प दोष है, नागदोष है या ग्रहण दोष लगा हुआ है वे भी शनि प्रदोष के इस दिन अनुष्ठान पूजन करें। मलमास में शनि प्रदोष का संयोग बनना अपने आप में विशिष्ट योग होता है।
शनि प्रदोष का व्रत करने के लिए प्रात:काल स्नानादि से निवृत्त होकर अपना दैनिक पूजन कार्य संपन्न करें और अपने पूजा स्थान में बैठकर दाहिने हाथ में जल, पुष्प, अक्षत और सिक्का लेकर विधिवत व्रत का संकल्प लें। यदि आप अपने किसी कार्य विशेष को पूरा करवाना चाहते हैं या कोई कामना है तो उसका भी उच्चारण संकल्प के दौरान करें। शनि की पीड़ा से मुक्ति के निमित्त व्रत कर रहे हैं तो वह भी बोलें। इसके बाद पूरे दिन निराहार रहें। सायंकाल प्रदोषकाल में शिवजी का विधिवत अभिषेक करें। पंचोपचार पूजन करें। शिवजी को भांग, धतूरा, बेलपत्र, आंकड़े के पुष्प अर्पित करें। फल, मेवे और मिष्ठान्न का नैवेद्य लगाएं और कर्पूर से आरती करें।
शनि की पीड़ा कैसे दूर करें शिवजी का अभिषेक जिस जल और दूध से करें उसमें चमेली का इत्र डाल लें। इससे शिवजी के साथ शनि प्रसन्न होंगे। इस दिन शनि मंदिर में बैठकर 27 बार शनि स्तोत्र का पाठ करने से शनि की पीड़ा शांत होती है और काम में मन लगने लगता है। शनि प्रदोष के दिन कौवों के निमित्त मीठी पूड़ी बनाकर घर की छत पर रखें। जैसे ही कौवा इस पूड़ी को खाएगा आपकी पीड़ा दूर होगी। शनि प्रदोष के दिन गरीबों, लाचारों, निशक्तों, बीमारों का इलाज करवाएं और उनकी दवाई का खर्च उठाएं। शनि प्रदोष के दिन किसी राजमार्ग पर पेड़ लगाएं या जल की प्याऊ का प्रबंध करने से शनि की प्रसन्नता प्राप्त होती है। शनि प्रदोष के दिन शिवजी के साथ उनके ऊपर लगे नाग का अभिषेक कच्चे दूध से करने से कालसर्प और नाग दोष की शांति होती है। इस दिन किसी गौशाला में चारे और जल का प्रबंध करने से शनि की पीड़ा दूर होगी। कुंडली में ग्रहण दोष होने पर शनि प्रदोष के दिन ब्राह्मण दंपती को भोजन करवाकर सफेद वस्त्र दान करें।
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