धर्म-अध्यात्म

सावन सोमवार: आज इस आरती से करने से भगवान शिव होंगे प्रसन्न

Renuka Sahu
31 July 2023 4:28 AM GMT
सावन सोमवार: आज इस आरती से करने से भगवान शिव होंगे प्रसन्न
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सनातन धर्म में वैसे तो हर महीने को महत्वपूर्ण बताया गया हैं लेकिन सावन का महीना बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि शिव साधना को समर्पित होता हैं अभी सावन का महीना चल रहा हैं और आज यानी 31 जुलाई को सावन का चौथा सोमवार हैं जो कि भोलेबाबा की आराधना के लिए उत्तम दिन होता हैं इस दिन भक्त दिनभर का व्रत रखते हैं और प्रभु को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधि विधान से पूजा भी करते हैं माना जाता हैं कि ऐसा करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सनातन धर्म में वैसे तो हर महीने को महत्वपूर्ण बताया गया हैं लेकिन सावन का महीना बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि शिव साधना को समर्पित होता हैं अभी सावन का महीना चल रहा हैं और आज यानी 31 जुलाई को सावन का चौथा सोमवार हैं जो कि भोलेबाबा की आराधना के लिए उत्तम दिन होता हैं इस दिन भक्त दिनभर का व्रत रखते हैं और प्रभु को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधि विधान से पूजा भी करते हैं माना जाता हैं कि ऐसा करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं।

ऐसे में अगर आप भी शिव को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाना चाहते हैं तो सावन सोमवार के दिन पूजा पाठ के बाद शिव की आरती जरूर पढ़ें माना जाता हैं कि इस आरती को करने से भगवान भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होकर अपनी कृपा करते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं महादेव की प्रिय आरती।
भगवान शिव की आरती—
ॐ जय शिव ओंकारा,
स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,
अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
एकानन चतुरानन
पंचानन राजे ।
हंसासन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
दो भुज चार चतुर्भुज
दसभुज अति सोहे ।
त्रिगुण रूप निरखते
त्रिभुवन जन मोहे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
अक्षमाला वनमाला,
मुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै,
भाले शशिधारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
श्वेताम्बर पीताम्बर
बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक
भूतादिक संगे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
कर के मध्य कमंडल
चक्र त्रिशूलधारी ।
सुखकारी दुखहारी
जगपालन कारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर में शोभित
ये तीनों एका ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति
जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी
सुख संपति पावे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
Sawan somvar 2023 recite shiv aarti on Monday puja
लक्ष्मी व सावित्री
पार्वती संगा ।
पार्वती अर्द्धांगी,
शिवलहरी गंगा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
पर्वत सोहैं पार्वती,
शंकर कैलासा ।
भांग धतूर का भोजन,
भस्मी में वासा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
जटा में गंग बहत है,
गल मुण्डन माला ।
शेष नाग लिपटावत,
ओढ़त मृगछाला ॥
जय शिव ओंकारा...॥
काशी में विराजे विश्वनाथ,
नंदी ब्रह्मचारी ।
नित उठ दर्शन पावत,
महिमा अति भारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा...॥
ॐ जय शिव ओंकारा,
स्वामी जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,
अर्द्धांगी धारा ॥
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