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अंदर के भगवान को पहचानने के लिए सत्संग व भक्ति भाव जरूरी: रामचरण
हिसार: तरसेम नगर स्थित मंदिर सिद्ध बाबा बालक नाथ एवं दुर्गा माता मंदिर में जेठा रविवार पर सत्संग व भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे में अनेक श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
श्रद्धालु बाबा बालक नाथ के भजनों पर जमकर झूमे। श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए मंदिर के सेवक रामचरण गुप्ता ने कहा कि हमें अपने अंदर वास करने वाले भगवान को पहचानना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे अंदर के भगवान को पहचानने के लिए सत्संग व भक्ति भाव जरूरी है। रामचरण गुप्ता ने कहा कि सत्संग में आने वाला व्यक्ति भगवान को कुछ देकर नहीं जाता बल्कि सच्चे मन से आया है तो कुछ ना कुछ प्रभु से लेकर जरूर जाएगा। उन्होंने कहा कि जब हम सच्चे मन से प्रभु की भक्ति में ध्यान लगाएंगे तो अवश्य ही भगवान हमें दर्शन देंगे।
उन्होंने कहा कि छल-कपट से दूर रहकर सही मार्ग पर चलना होगा। छल कपट से हम सामने वाले व्यक्ति से तो धोखा कर सकते हैं लेकिन उस ईश्वर से कुछ नहीं छुपा सकते जो हमें बिना दिखाई दिए सब कुछ देख रहा है। रामचरण गुप्ता ने कहा कि हमें बच्चों में अच्छे संस्कार डालने चाहिए। हमें सच्चे मन से प्रभु के नाम का सिमरन करना चाहिए। किसी भी चीज का अहंकार नहीं करना चाहिए। अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा पतन का कारण है। सत्संग के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।