धर्म-अध्यात्म

पितृ दोष से पीड़ित लोग हरियाली अमावस्या पर करें ये अचूक उपाय, दूर होंगी सारी परेशानियां

Tara Tandi
26 July 2022 3:00 PM GMT
पितृ दोष से पीड़ित लोग हरियाली अमावस्या पर करें ये अचूक उपाय, दूर होंगी सारी परेशानियां
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हरियाली अमावस्या

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिष: हिंदू धर्म का पवित्र मास सावन चल रहा है ये महीना भोलेनाथ का प्रिय मास है इस पूरे महीने शिव शंकर की आराधना व पूजा की जाती है इस बार श्रावण मास का आरंभ 14 जुलाई से हुआ है और इसका समापन 11 अगस्त को होगा। इस महीने में चारों ओर हरियाली छाई रहती है और हर एक जीव प्रसन्न रहता है श्रावण मास में कई सारे व्रत पूजन और त्योहार मनाए जाते हैं

इसी महीने में हरियाली अमावस्या का व्रत भी किया जाता है जिसमें पेड़ पौधे लगाए जाते हैं उनकी पूजा की जाती है वही जो लोग पितृदोष से पीडि़त है वे इस अमावस्या पर कुछ अचूक उपायों को करके इस दोष से राहत पा सकते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए है हरियाली अमावस्या पर किए जाने वाले उपाय, जिससे पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है तो आइए जानते हैं।
आपको बता दें कि श्रावण मास की हरियाली अमावस्या इस बार 27 जुलाई को रात 09ः11 मिनट से शुरू होकर 28 जुलाई की रात 11ः24 तक रहेगी। लेकिन इस पर्व का असल व्रत 28 जुलाई दिन गुरुवार को होगा। ऐसे में अगर आप पितृदोष से पीडि़त है और इससे मुक्ति पाना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए सर्वश्रेष्ठ है सावन में आप शिव का ध्यान करें और हरियाली अमावस्या के दिन ॐ नमरू शिवाय मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करके शिवलिंग पर जल अर्पित करें और अपनी प्रार्थना कहें ऐसा करने से आपको पितृदोष से मुक्ति मिल जाएगी। इस दिन आप भोलेनाथ की आराधना के साथ पीपल के पेड़ पर घी का दीपक जलाकर उसकी परिक्रमा करें और साथ ही अपनी गलतियों के लिए क्षमा भी मागे।
पितृदोष से मुक्ति के लिए भगवान से प्रार्थना करें आप इस दिन खुले स्थान पर पीपल का पौधा भी लगा सके हैं ऐसा करने से पितृदोष से राहत मिलती है और जीवन में खुशहाली का आगमन होता है पितृदोष से राहत पाने के लिए एक और उपाय है जिसमें आपको करीब सवा मीटर सफेद वस्त्र में सूखा नारियल, 250 ग्राम चावल और 11 रुपये बांधकर उस पोटली को 21 बार घुमाना होगा। इसके बाद पोटली को ऐसे स्थान पर रखें। जहां किसी की नजर न पड़े। फिर फल, इत्र, सफेद मिठाई और एक गिलास जल पितरों को अर्पित करके अपनी गलतियों के लिए क्षमा मागे। इस उपाय को पूरी निष्ठा के साथ करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है साथ ही पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद भी देते हैं।


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