धर्म-अध्यात्म

आज से योग निद्रा में जाएंगे भगवान विष्णु

Shreya
29 Jun 2023 4:10 AM GMT
आज से योग निद्रा में जाएंगे भगवान विष्णु
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Devshayani Ekadashi 2023: आज यानि 29 जून से 23 नवंबर तक विवाह सहित किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य नहीं होंगे। इन 148 दिनों तक चातुर्मास में श्री विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करते हैं। ज्योतिषविदों के अनुसार इस बार चातुर्मास पांच महीने का होगा। आज भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी कहा जाता है। यह एकदशी आज है।

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, आज से भगवान श्री विष्णु विश्राम के लिए क्षीर सागर में चले जाते है और पूरे चार महीनों तक वहीं पर रहेंगे । भगवान श्री हरि के शयनकाल के इन चार महीनों को चातुर्मास के नाम से जाना जाता है। इन चार महीनों में श्रावण, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक मास शामिल हैं। चातुर्मास के आरंभ होने के साथ ही अगले चार महीनों तक शादी-ब्याह आदि सभी शुभ कार्य करना वर्जित हो जाता है।

पूजा विधि

देवशयनी के दिन दिन लकड़ी की चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान विष्णु की प्रतिमा को आसीन किया जाता है और उनके दाएं हाथ की तरफ जल से भरा लोटा रखा जाता है। साथ ही भगवान की प्रतिमा के पास एक शंख और उनके सामने घी का दीपक रखा जाता है। अब सबसे पहले लोटे में भरे जल से उस स्थान को पवित्र कर लें। फिर घी का दीपक जलाएं। उसके बाद रोली, पान, सुपारी आदि से भगवान का पूजन करें। फिर भगवान को पुष्प अर्पित करें और साथ ही फल व मीठाई आदि से भगवान को भोग लगाएं। इस प्रकार पूजा के बाद भगवान की आरती करें और उनसे अपने जीवन की खुशहाली के लिए प्रार्थना करें। आज ऐसा करने से आपके जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।

ये है वर्जित कार्य

चातुर्मास के पहले महीने सावन में हरी सब्जी, भादो में दही, आश्विन में दूध और कार्तिक में दाल नहीं खानी चाहिए। इस दौरान स्वेच्छा से नियमित उपयोग के पदार्थों का त्याग करने का भी विधान है। चातुर्मास में पान मसाला, सुपारी, मांस और मदिरा का सेवन भी वर्जित होता है। श्रावण मास में शाक का त्याग, भाद्रपद मास में दही और मट्ठे का त्याग किया जाता है।

शुभ मुहूर्त

देवशयनी एकादशी तिथि आरंभ- गुरुवार रात 3 बजकर 18 मिनट से (29 जून 2023)

देवशयनी एकादशी तिथि समापन- शुक्रवार रात 2 बजकर 42 पर (30 जून 2023)

देवशयनी एकादशी व्रत का पारण का समय- दोपहर 1 बजकर 48 मिनट से 4 बजकर 36 मिनट तक (30 जून 2023)

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