धर्म-अध्यात्म

गुरु प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त जानिये

Apurva Srivastav
14 Jun 2023 5:43 PM GMT
गुरु प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त जानिये
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हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व दिया गया है. इस महीने 15 जून को प्रदोष व्रत रखा जाएगा. प्रदोष व्रत में देवों के देव महादेव की पूजा की जाती है. यह व्रत प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है. मान्यता है कि जो व्यक्ति इस व्रत को सच्चे मन से रखता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है. आइये जानते हैं इस महीने प्रदोष व्रत की क्या है शुभ मुहूर्त और कैसे करें भगवान शिव की पूजा.
गुरु प्रदोष व्रत 2023 पूजा मुहूर्त (Guru Pradosh Vrat 2023)
गुरु प्रदोष व्रत के शिव पूजन का शुभ मुहूर्त 1 जून को शाम 07 बजकर 14 मिनट से रात 09 बजकर 16 मिनट तक है. इस दिन आपको शिव पूजा के लिए दो घंटे से ज्यादा का समय मिलेगा. शिव पूजा के समय अमृत-उत्तम मुहूर्त भी होता है. शाम 07 बजकर 14 मिनट से 08 बजकर 30 मिनट तक है, इसके बाद चार मुहूर्त है. जो रात 08.30 बजे से रात 09.47 बजे तक है.
प्रदोष व्रत का महत्व
गुरुवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को गुरुवारा प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है. जिन जातकों की कुंडली में बृहस्पति कमजोर होता है उनके लिए यह व्रत विशेष फलदायी सिद्ध होता है. इतना ही नहीं इस व्रत को करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
प्रदोष व्रत पूजा विधि (Guru Pradosh Vrat 2023)
प्रदोष व्रत करने वाले व्यक्ति को प्रात: काल सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए.
इसके बाद स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा घर की सफाई करें.
मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करें.
उन्हें बेल पत्र, अक्षत, गंगाजल अर्पित करें और धूप दिखाएं.
हो सके तो इस व्रत को निर्जल रखें. नहीं तो आप फल के साथ प्रदोष व्रत भी रख सकते हैं.
गाय के गोबर से मंडप तैयार करें और फिर मंडप में पांच अलग-अलग रंगों से रंगोली बनाएं.
फिर उत्तर की ओर मुख करके ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें और शिवलिंग पर जल चढ़ाएं.
ध्यान रहे कि प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में अवश्य करनी चाहिए.
पूजा के दौरान व्रत कथा का पाठ करना न भूलें.
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प्रदोष व्रत के उपाय
घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए प्रदोष व्रत के दिन थोड़े से चावल लेकर उस चावल को दो भागों में बांट लें. फिर चावल का एक हिस्सा भगवान शिव की मूर्ति को चढ़ाएं और दूसरा हिस्सा दान कर दें. फिर शाम को भगवान शिव की पूजा करने के बाद चढ़ाए गए चावलों को सफेद कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें. ऐसा करने से आपके जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहेगी.
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