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तरह के सुनसान होते हैं एक मरघट की शांति वाले और दूसरे एकांत की शांति वाले।
शास्त्र के अनुसार आप जहां रहते हैं उस स्थान से ही आपका भविष्य तय होता है। यदि आप गलत जगह रह रहे हैं तो भविष्य होगा खराबअच्छे भविष्य की आशा मत कीजिए। अत: हर व्यक्ति को यह जानना जरूरी है कि उसे कहां नहीं रहना चाहिए। जानिए संक्षिप्त में 5 निषेध जगहें।
1. अवैध गतिविधियों वाली जगह- यदि आपके घर के आसपास मदिरालय, जुआघर, मांस-मच्छी की दुकान या इसी तरह की किसी भी प्रकार की अनैतिक-अवैध गतिविधियां संचालित होती है तो वहां कतई न रहें। इससे आपके और आपके बच्चों के भविष्य पर नकारात्मक असर होगा। इन जगहों पर अपराधी, तामसिक और नकारात्मक किस्म के लोगों का आवागमन अधिक होता रहता है। बेहतर भविष्य के लिए या तो ऐसी अवैध गतिविधियां बंद करवाएं या वह जगह छोड़ दें।
2. सुनसान जगह पर नहीं हो घर- दो तरह के सुनसान होते हैं एक मरघट की शांति वाले और दूसरे एकांत की शांति वाले। भविष्य पुराण अनुसार आपका घर नगर या शहर के बाहर नहीं होना चाहिए। गांव या शहर में रहना ही तुलनात्मक रूप से अधिक सुरक्षित होता है। यदि घर बहुत सुनसान स्थान पर या शरह-गांव के बाहर होगा तो जब भी आप घर से बाहर कहीं जाएंगे उस दौरान आपके मन और मस्तिष्क में घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। दूसरी बात यदि शहर से दूर घर है तो रात-बिरात आने जाने में भी आपको परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, भले ही आपके पास कार या बाइक हो।
3. दक्षिण मुखी घर- आप कतई दक्षिण मुखी घर में ना रहें अन्यथा बहुत परेशानी उठानी होगी। भले ही अभी आपको लग रहा है कि अब तक तो कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन जब अचानक कोई रोग, घटना दुर्घटना होगी तभी आप इसे मानेंगे। इसके अलावा मुहल्ले या टाउनशीप भी दक्षिण मुखी होते हैं। वास्तु शास्त्र में ग्राम और नगर की संवरचना का उल्लेख मिलता है। उसके अनुसार ग्राम और नगर नहीं है तो वहां रहने वाले सदा दुखी ही रहते हैं। इसका वास्तु शास्त्र में विस्तार से वर्णन किया गया है।
4.तिराहे, चौराहे, शोर मचाने वाली दुकान या फैक्ट्री- तिराहे या चौराहे पर वास्तु दोष निर्मित होता है। यहां लोगों तथा वाहनों का आवागमन लगा रहेगा जिसके चलते आपकी मानसिक शांति भंग ही रहेगी। आपमें उत्तेजना बनी रहेगी। इसके अलावा यदि आपके घर के आसपास ऑटो गैराज, यंत्र निर्माण का कार्य, फर्नीचरादि बनाने का कार्य, पत्थर तराशने का कार्य, संगीतशाला, नृत्यशाला आदि होता है या इसी तरह के शोर उत्पन्न करने वाले किसी भी प्रकार की दुकान हो, तो यह भी आपके लिए परेशानी की जगह है। मेन रोड़ के अधिकतर घर अब दुकानों में बदल गए हैं। शहर में रहवासी क्षेत्र तो अब कम ही बचे हैं। लोग आपत्ति नहीं लेते इसलिए यह सब चलता रहता है और अंतत: दूसरों के कारण आपका जीवन दुखदाई हो जाता है।
5. ये सुविधाएं नहीं हैं तो रहना बेकार : यदि आपके घर के आसपास निम्नलिखित सुविधाएं नहीं है तो आपको बहुत कठिनाइयों का सामना करना होगा। जैसे स्कूल, अस्पताल, मंदिर, नदी, पहाड़, मेडिकल, किराना दुकान, थाना, वाटर सप्लाई, बिजली सुविधा, साफ-सफाई, सार्वजनिक वाहन सुविधा आदि कितनी दूरी पर उपलब्ध हैं यह जानना जरूरी है। यदि यह सभी बातें आपके अनुकूल नहीं है तो यहां नहीं रहने में ही भलाई है। कुछ बातों में समझौता किया जा सकता है। अंत में यह कि घर होना चाहिए स्वजाति और स्वधर्मी के पास। क्योंकि वैचारिक भिन्नता के चलते कई बार आप अच्छा महसूस नहीं करते हैं। अधिकतर मौके पर ऐसा होता है कि भिन्न संस्कृति और धर्म के लोगों के साथ रहने के लिए किसी एक को हर मामले में समझौता करना होता है।
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