धर्म-अध्यात्म

बेरोकटोक तीर्थयात्राओं से हिमालयी क्षेत्र को खतरा

HARRY
18 May 2023 4:37 PM GMT
बेरोकटोक तीर्थयात्राओं से हिमालयी क्षेत्र को खतरा
x
हजारों की संख्या में बेरोकटोक तीर्थयात्रियों की....

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि उत्तराखंड में दरकते पहाड़, जमीन में धंसते कस्बे, रोजाना हजारों की संख्या में बेरोकटोक तीर्थयात्रियों की आमद और अंधाधुंध निर्माण कुछ ऐसे कारक हैं जिनसे संवेदनशील हिमालयी क्षेत्र को गंभीर खतरा है। उत्तराखंड में भूस्खलन की खबरें बढ़ रही हैं और चार धाम गंतव्यों में से एक बद्रीनाथ के प्रवेश द्वार जोशीमठ में लोग उन्हीं घरों में वापस जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं जिनमें दरारें पड़ने के कारण वे उन्हें छोड़ कर चले गए थे।

1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें

पर्यावरणविदों की नजर में सड़क विस्तार परियोजनाएं एक और महत्वपूर्ण कारक हैं जिन्होंने क्षेत्र की स्थिरता के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है क्योंकि यह क्षेत्र पहले ही जलवायु जनित आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमालयी धामों में दर्शनार्थियों की अधिकतम दैनिक संख्या तय करने संबंधी अपने निर्णय को वापस ले लिया था।

Next Story