- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- Diwali 2024: दिवाली पर...
धर्म-अध्यात्म
Diwali 2024: दिवाली पर घर लाएं ये चीजें मानी जाती है शुभ, दूर होगा आर्थिक तंगी
Tara Tandi
23 Oct 2024 7:57 AM GMT
x
Diwali 2024 राजस्थान न्यूज़: लोग अक्टूबर-नवंबर महीने का बेसब्री से इंतजार करते हैं, क्योंकि इन दोनों महीनों के बीच कई बड़े त्योहार आते हैं। ऐसा ही एक त्योहार है दिवाली (दिवाली 2024)। रोशनी के इस त्योहार का बच्चों से लेकर बड़ों तक को कई दिनों से इंतजार रहता है.
लोग अपने घरों की सफाई करते हैं. खरीदारी करते हैं। दिवाली के दिन पटाखे जलाए जाते हैं. देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में दिवाली के त्योहार का विशेष महत्व है। दिवाली का त्यौहार अमावस्या की रात को मनाया जाता है। बहुत से लोग दिवाली की सही तारीख को लेकर असमंजस में हैं। कुछ लोगों का मानना है कि दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी जबकि कुछ लोग 1 नवंबर की बात कर रहे हैं. आइए जानते हैं किस दिन मनाई जाएगी दिवाली. दिवाली का त्योहार मनाने की तारीख को लेकर लोग अभी भी असमंजस में हैं। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार दिवाली का त्योहार अमावस्या की रात को मनाया जाता है। लंका के राजा रावण को मारकर और लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद श्री राम जी अपनी जन्मभूमि अयोध्या लौट आये। इस जश्न में अयोध्या नगरी को रोशनी से सजाया गया था. भगवान राम का भव्य स्वागत किया गया. उस दिन कार्तिक मास की अमावस्या तिथि थी। तभी से दिवाली मनाने की परंपरा चली आ रही है।
दिवाली कार्तिक अमावस्या तिथि को मनाई जाती है, लेकिन इस बार अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर और 1 नवंबर दोनों दिन है, जिससे लोगों में भ्रम की स्थिति है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार अमावस्या की तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर से शुरू हो रही है, जो अगले दिन यानी 1 नवंबर को शाम को समाप्त होगी. अमावस्या तिथि 31 तारीख को दोपहर 2:40 बजे से शुरू होगी और 1 नवंबर को शाम 4:42 बजे तक रहेगी। इसके बाद प्रतिपदा तिथि लग जायेगी. वैदिक पंचांग के अनुसार दिवाली पर लक्ष्मी पूजा अमावस्या तिथि और प्रदोष काल में शाम और रात यानी सूर्यास्त के बाद से देर रात तक करने का विधान है। ऐसे में 31 अक्टूबर को अमावस्या तिथि, प्रदोष काल और निशिता काल मुहूर्त में दिवाली मनाना बेहद शुभ रहेगा और शास्त्र संवत सही रहेगा। अमावस्या की तिथि 1 नवंबर को शाम को समाप्त होगी. ऐसे में 1 नवंबर को दिवाली मनाने वालों को गलत और अशुभ माना जाएगा।
लक्ष्मी पूजन का शुभ समय क्या है?
दिवाली की शाम को माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा की जाती है। शुभ समय पर पूजा करने से मां लक्ष्मी आपके घर और परिवार पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखती हैं। इससे घर में धन और बरकत आती है। ख़ुशी आती है. 31 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 27 मिनट से रात 8 बजकर 32 मिनट तक पूजा का शुभ समय है.
दिवाली पूजा का निशिता मुहूर्त
दिवाली पूजा का निशिता मुहूर्त रात 11:39 बजे से 12:31 बजे तक है।
दिवाली कैलेंडर 2024
धनतेरस- 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली- 30 अक्टूबर
दिवाली लक्ष्मी पूजा- 31 अक्टूबर
गोवर्धन पूजा- 2 नवंबर
भाई दूज- 3 नवंबर
TagsDiwali 2024 दिवाली घर लाएंचीजें मानी जाती शुभदूर आर्थिक तंगीDiwali 2024 Bring home Diwali things considered auspiciousremove financial crisisजनता से रिश्ता न्यूज़जनता से रिश्ताआज की ताजा न्यूज़हिंन्दी न्यूज़भारत न्यूज़खबरों का सिलसिलाआज की ब्रेंकिग न्यूज़आज की बड़ी खबरमिड डे अख़बारJanta Se Rishta NewsJanta Se RishtaToday's Latest NewsHindi NewsIndia NewsKhabron Ka SilsilaToday's Breaking NewsToday's Big NewsMid Day Newspaperजनताjantasamachar newssamacharहिंन्दी समाचार
Tara Tandi
Next Story