धर्म-अध्यात्म

Kartik Purnima के दिन स्नान-दान का है खास महत्व, जानिए पूजा मुहूर्त

Tara Tandi
8 Nov 2024 9:52 AM GMT
Kartik Purnima के दिन स्नान-दान का है खास महत्व, जानिए पूजा मुहूर्त
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Kartik Purnima ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है पंचांग के अनुसार अभी कार्तिक माह चल रहा है और इस माह पड़ने वाली पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा के नाम से जाना जा रहा है इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप का विधान होता है
मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि पर स्नान दान व पूजा पाठ करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर को पड़ रही है इस दिन गंगा स्नान करना उत्तम माना जाता है पूर्णिमा तिथि पर स्नान दान व पूजा पाठ करने से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बरसती है तो आज हम आपको पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
कब मनाई जाएगी कार्तिक पूर्णिमा—
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 15 नवंबर को प्रात: काल 6 बजकर 19 मिनट से कार्तिक पूर्णिमा तिथि का आरंभ हो रहा है और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी की 16 नवंबर को सुबह 2 बजकर 58 मिनट पर हो जाएगा। वही उदया तिथि के अनुसार 15 नवंबर को ही कार्तिक पूर्णिका का त्योहार मनाया जाएगा।
कार्तिक पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त—
आपको बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान दान का शुभ मुहूर्त 15 नवंबर को प्रात: काल 4 बजकर 58 मिनट से लेकर सुबह 5 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा सत्यनारायण की पूजा का शुभ मुहूर्त 15 नवंबर को प्रात: काल 6 बजकर 44 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक है। देव दीपावली पूजा का मुहूर्त शाम को 5 बजकर 10 मिनट से लेकर रात 7 बजकर 47 मिनट तक है इसके अलावा लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त 15 नवंबर को रात 11 बजकर 39 मिनट से लेकर 16 नवंबर को सुबह 12 बजकर 33 मिनट तक है। इसके अलावा चंद्रोदय का समय शाम को 4 बजकर 5 मिनट तक है।
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