- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- Basant Panchmi 2025: ...
धर्म-अध्यात्म
Basant Panchmi 2025: बसंत पंचमी पर देवी सरस्वती को क्यों चढ़ाए जाते हैं पीले लड्डू
Renuka Sahu
31 Jan 2025 5:49 AM GMT
x
Basant Panchmi 2025: यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और इसके पीछे कई धार्मिक और सांस्कृतिक कारण हैं. पीला रंग मां सरस्वती का प्रिय रंग माना जाता है. यह ज्ञान, बुद्धि और सृजनशीलता का प्रतीक है. इसलिए, पीले रंग के लड्डू मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए अर्पित किए जाते हैं. लड्डू गोल और पूर्ण होते हैं, जो ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक माने जाते हैं. मां सरस्वती को लड्डू का भोग लगाकर यह माना जाता है कि वे अपने भक्तों को ज्ञान और बुद्धि प्रदान करेंगी|
ऐसी मान्यता है कि मिठाई का भोग लगाने से देवता प्रसन्न होते हैं. पीले रंग के लड्डू मीठे भी होते हैं और मां सरस्वती को प्रसन्न करने में मदद करते हैं. पीला रंग सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है. पीले लड्डू का भोग लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यह एक पुरानी परंपरा है जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है|
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा विधि-विधान से की जाती है. इस दिन लोग पीले वस्त्र धारण करते हैं और मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र को पीले फूलों से सजाते हैं. मां सरस्वती को पीले रंग के भोग जैसे कि केसर चावल, बेसन के लड्डू आदि चढ़ाए जाते हैं|
बसंत पंचमी पर क्या करें?
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा करें.
पीला रंग मां सरस्वती का प्रिय रंग है इसलिए मां सरस्वती को पीले रंग के भोग लगाएं.
बच्चों को पहली बार कलम चलाने के लिए प्रेरित करें.
संगीत और कला से जुड़ी गतिविधियों में भाग लें.
बसंत पंचमी पर क्या न करें?
बसंत पंचमी के दिन मन में नकारात्मक विचार न लाएं.
किसी से झगड़ा न करें और न ही झूठ बोलें.
अशुद्ध भोजन का सेवन न करें.
बसंत पंचमी की खास है ये परंपरा
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को पीले लड्डू का भोग लगाना एक धार्मिक परंपरा है. यह मां सरस्वती को प्रसन्न करने और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने का एक तरीका है. बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा के साथ-साथ विद्या की देवी के रूप में भी पूजा की जाती है. इस दिन बच्चे पहली बार लिखना सीखते हैं. बसंत पंचमी का त्योहार भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है. बसंत पंचमी का त्योहार भारतीय संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण है. यह हमें ज्ञान, बुद्धि और सृजनशीलता के महत्व को याद दिलाता है. इस दिन हम मां सरस्वती की पूजा करके अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं|
TagsBasant Panchmi 2025बसंत पंचमीदेवी सरस्वतीपीलेलड्डू Basant Panchmi 2025Basant PanchmiGoddess SaraswatiYellowLaddusजनता से रिश्ता न्यूज़जनता से रिश्ताआज की ताजा न्यूज़हिंन्दी न्यूज़भारत न्यूज़खबरों का सिलसिलाआज की ब्रेंकिग न्यूज़आज की बड़ी खबरमिड डे अख़बारJanta Se Rishta NewsJanta Se RishtaToday's Latest NewsHindi NewsIndia NewsKhabron Ka SilsilaToday's Breaking NewsToday's Big NewsMid Day Newspaperजनताjantasamachar newssamacharहिंन्दी समाचार
Renuka Sahu
Next Story