पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री ने क्यों छुए थे पीएम मोदी के पैर?

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को तीन देशों की यात्रा के बाद स्वदेश लौट आए। अपनी छह दिवसीय यात्रा के दौरान दुनिया के कई यादगार पल देखे, जिसमें पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री का पीएम मोदी के पैर छूना, ऑस्ट्र्रेलिया के पीएम का 'द बॉस' कहना और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का पीएम मोदी से ऑटोग्राफ मांगना शामिल है।
यहां पालम हवाई अड्डे के बाहर अपने स्वागत के लिए एकत्र हुए लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सिडनी में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम के दौरान न केवल ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और देश की सत्तारूढ़ पार्टी के पदाधिकारी, बल्कि एक पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्षी सदस्य भी मौजूद थे। यह लोकतंत्र का माहौल था कि हर कोई भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में शामिल हुआ। उन्होंने कहा कि सभी ने भारतीय प्रतिनिधि को सम्मान दिया और यह मोदी के गौरव के बारे में नहीं, बल्कि भारत की ताकत के बारे में था।
पीएम मोदी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा कर चुके हैं। विपक्षी दलों की मांग है कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी को नहीं बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए।
पीएम मोदी के साथ विदेश दौरे पर विदेश मंत्री एस.जयशंकर भी थे। उन्होंने विदेश में काफी करीब से पीएम मोदी के हर कार्यक्रम में शिरकत की थी। यहां उन्होंने कुछ वाकयों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आाखिर क्यों पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी के पैर छुए थे।
आइए जानते हैं विस्तार से
जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा के समापन के बाद गुरुवार तड़के दिल्ली लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पालम हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद पीएम मोदी ने एयरपोर्ट के पास उनका स्वागत करने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसके बाद विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने भी अपना अनुभव साझा किया। जयशंकर ने बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री मोदी की हालिया विदेश यात्रा का वर्णन किया है। मैं इस यात्रा का साक्षी था। मैं आपको कुछ ऐसी चीजें बताना चाहता हूं, जिससे आप यह समझ सकें कि दुनिया आज हमरे प्रधानमंत्री को कैसे देखती है।
जयशंकर ने कहा कि जब हमारे पीएम पापुआ न्यू गिनी में अपने विमान से उतरे और वहां के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे ने जिस तरह से उनका स्वागत किया, वह अद्वितीय था। उन्होंने पीएम मोदी के पैर छुए। यह सभी ने देखा। मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि उससे पहले पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री हमारे राजदूत से बात कर रहे थे। उन्होंने उनसे कहा कि मैं भारत के प्रधानमंत्री को केवल प्रधानमंत्री नहीं मानता, वे मेरे लिए सिर्फ एक और अतिथि नहीं हैं। मेरे लिए वे गुरु हैं। विश्व गुरु हैं। जो आदर सम्मान था, वह केवल उनकी सोच नहीं थी। वह पूरे पेसिफिक की सोच थी। पूरी दुनिया की सोच थी। पिछले 45 साल से मैं विदेश नीति देख रहा हूं। उसके लिए काम कर रहा हूं, मैंने ऐसा दृश्य नहीं देखा।