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Bangana. बंगाणा। प्रदेश सरकार द्वारा विकास खंड बंगाणा के तहत प्राइमरी स्कूल घुगन कलां को बंद करने की सूचना से स्थानीय ग्रामीणों में काफी रोष देखा गया है। इस संबंध में सोमवार को करीब छह दर्जन ग्रामीण स्कूल के प्रांगण में इक_ा हुए तथा प्रदेश सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जताई। ग्राम पंचायत थानाकलां की प्रधान सरोज कुमारी के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस स्कूल बंद न किया जाएं। क्योंकि भौगोलिक दृष्टि से यह गांव काफी दूर-दूर तक फैला है और नन्हें बच्चों को करीब चार से पांच किलोमीटर दूर पैदल चलना पड़ेगा और काफी रास्ता जंगल से होकर गुजरता है। इसलिए नन्हें बच्चों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। स्थानीय ग्रामीण ओंकार सिंह ने बताया कि सन 1973 में यह स्कूल खुला था और स्थानीय लोगों ने करीब बीस कनाल भूमि स्कूल के दान दी है।
उन्होंने बताया कि इस स्कूल में सात बच्चे नर्सरी में व पांच बच्चे अन्य कक्षाओं में पढ़ रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि शीघ्र ही इस स्कूल के बंद करने की नोटिफिकेशन को रद्द कर बहाल किया जाएं। अन्यथा क्षेत्र के लोग प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। ग्रामीणों में स्थानीय प्रधान राज कुमार उपप्रधान बीडीसी सदस्य राज कुमार दर्शना देवी, राज कुमार के अलावा सैकड़ों गणमान्य लोगों ने बैठक करके राज्य सरकार को चेताया कि वर्तमान समय में उक्त स्कूल में सात नर्सरी और पांच प्राइमरी स्कूल के बच्चे पढ़ते है और स्कूल को बंद करने के आदेश सरकार को हर हाल में वापस लेने होंगे। क्योंकि अगर उक्त स्कूल बंद हुआ तो छोटे बच्चों को छह किमी का सफर तय करके स्कूल जाना पड़ेगा। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी स्थानीय लोगों ने केवल बैठक करके राज्य सरकार को चेतावनी दी है। अगर राज्य सरकार ने उक्त स्कूल को बंद करने के आदेश वापस नहीं लिए तो गांववासी सडक़ों पर उतरेंगे।
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