बिहार के कटिहार में एक पिता को अपने बेटे का शव बोरे में लेकर करीब तीन किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर होना पड़ा। मीडिया में जब यह खबर सुर्खियां बनी तो दो दिन बाद रविवार को पुलिस प्रशासन की नींद टूटी और आनन-फानन में दो पुलिस अधिकारियों को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। कटिहार एसपी विकास कुमार ने दो अधिकारियों के निलंबित होने की पुष्टि करते हुए बताया कि कुरसेला थाना के एएसआई नंदलाल चौधरी और गोपालपुर थाना के एसआई राजदीप रमन को निलंबित किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, मामला दो दिन पहले यानी शुक्रवार को भागलपुर के गोपालपुर थाना इलाके में तीनटंगा गांव से सामने आया था। यहां रहने वाले नीरू यादव का 13 वर्षीय पुत्र हरिओम यादव कुछ दिन पहले नदी पार करने के दौरान नाव से गिर गया था और लापता हो गया।
परिजनों ने गोपालपुर थाने में हरिओम यादव के लापता होने का मामला भी दर्ज कराया था। लेकिन बेटे का कहीं कोई पता नहीं चला। इस बीच पिता को पता चला कि उनके बेटे का शव पास के ही कटिहार जिले में कुर्सेला थाना इलाके के खेरिया नदी के तट पर तैर रहा है। पिता नीरू यादव खेरिया नदी के घाट पर पहुंचे तो उन्हें बेटे का शव सड़ी-गली हालत में मिला। इसे जानवरों से नोंच लिया था।
पिता ने शक के कपड़ों और शारीरिक निशान के आधार पर अपने बेटे को पहचान की। यहीं से सिस्टम की लापरवाही शुरू हो गई। शव के पोस्टमार्टम के लिए न तो भागलपुर जिला के गोपालपुर थाना पुलिस और ना ही कटिहार जिले की कुर्सेला पुलिस ने कोई संजीदगी दिखाई। इसके बाद पिता ने एक बोरी में बेटे के शव को रखा और तीन किलोमीटर तक पैदल चलकर ले गए।