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कर्ज से परेशान बिल्डर ने पत्नी सहित खाया जहर

Admin4
14 March 2024 9:25 AM GMT
कर्ज से परेशान बिल्डर ने पत्नी सहित खाया जहर
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अजमेर। अजमेर फाइनेंस कंपनी की धमकियों से परेशान होकर एक बिल्डर ने परिवार सहित जहर खा कर मरने की प्लानिंग की। दूध में जहर मिलाया और पत्नी समेत 3 बच्चों को गिलास थमा दिया। दूध बिल्डर और उसकी पत्नी ने तो पी लिया लेकिन 14 साल की बड़ी बेटी ने समझदारी दिखाते हुए अपने छोटे भाइयों से गिलास छीन कर फेंक दिए। तबीयत बिगड़ी तो बिल्डर ने 100 नंबर डायल कर पुलिस को जहर पीने की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को JLN अस्पताल में भर्ती करवाया। मामला अजमेर के कल्याणीपुरा का अलवर गेट थाने का है।
अलवर गेट थाना प्रभारी श्याम सिंह चारण ने बताया- रात 11 बजे कंट्रोल रूम से थाना इलाके में कल्याणीपुरा में रहने वाले ठेकेदार राकेश कुड़िया (40) और उसकी पत्नी ज्योति कुड़िया (35) के बेहोश पड़े होने की सूचना मिली थी। राकेश ने ही कंट्रोल रूम को फोन कर जहर पीने की सूचना दी थी। उनके पास तीन बच्चे अनोखी (14) देवराज और बिट्टू भी पास बैठे थे। इसके बाद दोनों को जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। जहां उनका इलाज चल रहा है। करीब 12 बजे उसके परिवार को भी सूचित किया। मामले में अभी तक कोई शिकायत नहीं दी गई। उसी के अनुसार आगे कार्रवाई की जाएगी।
राकेश के छोटे भाई किशन प्रसाद ने बताया कि भैया-भाभी ने बच्चों को भी दूध में जहर पिलाने की कोशिश की थी। लेकिन भाई की बड़ी बेटी अनोखी (14) ने समझदारी दिखाते हुए अपने गिलास का दूध और छोटे भाइयों को दिया दूध फेंक दिया था। लेकिन तब तक भैया-भाभी जब तक दूध पी चुके थे। छोटे भाई ने बताया कि फाइनेंस कंपनी से भाई ने घर बनाने के लिए लोन लिया था। कंपनी के द्वारा उन्हें धमकियां दी जा रही थी। लोन क्लियर नहीं करने पर नोटिस देने और मकान सीज करने की धमकियों से परेशान होकर उन्होंने जहर खा लिया।
भैया ने करीब 1 साल पहले ही लोन लेकर यह घर बनाया था। रात में हमारा पूरा परिवार सो रहा था। जब भतीजी से नंबर लेकर पुलिस ने उन्हें फोन पर जानकारी दी थी। छोटे भाई ने कहा कि इस मामले में हम पुलिस से शिकायत देकर कार्रवाई की मांग करेंगे। फिलहाल दोनों की हालत खतरे से बाहर है लेकिन दोनों बेहोश हैं। राकेश कुड़िया की मां विमला देवी (68) ने बताया कि पुलिस ने पति भंवरलाल को 12 बजे के करीब बेटे और बहू के जहर खाने की सूचना दी थी। इसके बाद पूरा परिवार हॉस्पिटल पहुंचा था। मां ने बताया कि बेटा और बहू पिछले 15 साल से अलग रह रहे हैं। दोनों को अलग से घर बनवा कर दिया था। लेकिन दोनों ने बाद में वह घर बेच दिया। बेचने के बाद उन्होंने कल्याणीपुरा क्षेत्र में अलग से एक घर बनवाया था। जिसे लेकर उन्होंने 12 लाख का लोन लिया था।
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