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घंटों लाश लेकर चलती रही ट्रेन, डर के मारे सभी यात्री का था ऐसा हाल

Apurva Srivastav
16 April 2021 2:36 PM GMT
घंटों लाश लेकर चलती रही ट्रेन, डर के मारे सभी यात्री का था ऐसा हाल
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कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच इन दिनों अगर किसी को खांसी या छींक भी आ जा रही है

कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच इन दिनों अगर किसी को खांसी या छींक भी आ जा रही है तो आसपास के लोग डर जाते हैं. लोग उस शख्स को ऐसी संदिग्ध निगाहों से देखते हैं मानो उसने कोई गुनाह कर दिया है. ऐसे में सोचिए क्या हाल होगा अगर ट्रेन में ट्रैवल कर रहे हों और सामने एक डेड बॉडी पड़ी हो. यकीनन जान सूखकर हलक में आ जाएगी. ऐसा ही कुछ हाल ही में ऋषिकेश से हावड़ा जा रही दून एक्सप्रेस में हुआ.

हाल ही में ऋषिकेश से हावड़ा जा रही दून एक्सप्रेस के स्लीपर कोच S-6 की सीट नंबर 17 पर सफर कर रहे पैसेंजर की तबियत बेहद खराब हो गयी. समय पर इलाज न मिलने से ट्रेन में ही उसकी मौत हो गई. जिसके बाद कोच के सभी यात्रियों में दहशत फैल गयी. सबका मानना था कि यात्री की मौत कोरोना से ही हुई है. संक्रमण फैलने के डर से कोच के सभी यात्री घबरा गए.
घंटों बैठे रहने और ट्रेन से लेकर स्टेशन पर शिकायत करने के बाद भी बॉडी हटाने का कोई बंदोबस्त नहीं हुआ, ट्रेन यूं ही कई किलोमीटर तक शव लेकर दौड़ती रही. आखिरकार जब एक यात्री ने ट्विटर पर रेल मंत्रालय और रेल मंत्री पीयूष गोयल को टैग कर इस बारे में बताया तब जाकर डिपार्टमेंट की नींद खुली और डेड बॉडी को ट्रेन से उतारा गया.
ट्रेन में मौत-
यात्री के ट्वीट के बाद रेल प्रशासन हरकत में आया और गया स्टेशन पर शव को उतारा गया. जिसके बाद आरपीएफ ने ट्वीट कर बताया कि गया में आरपीएफ और डॉक्टर की मौजूदगी में दून एक्सप्रेस से लाश को उतार दिया गया है. हालांकि, कोरोना काल में भी रेल प्रशासन की ये लापरवाही हैरान करने वाली है.


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