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2022 में इस विधानसभा क्षेत्र में हजारों मतदाताओं ने नहीं डाला वोट

Shantanu Roy
4 April 2024 9:31 AM GMT
2022 में इस विधानसभा क्षेत्र में हजारों मतदाताओं ने नहीं डाला वोट
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कुल्लू। प्रदेश के जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति के हजारों मतदाताओं ने 2022 के विधानसभा आम चुनाव में अपने मतदाधिकार का प्रयोग नहीं किया था। वे शायद प्रत्याशियों को पसंद नहीं करते थे या रूष्ट थे, तभी मतदान से किनारा किया होगा या मतदाता जागरूकता की कमी रही होगी। पिछली बार हजारों मतदाताओं का चुनाव से किनारा करना बड़ी बात थी। वहीं, लाहुल-स्पीति के 67 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर अपने मतदाताधिकार का प्रयोग तो किया था, लेकिन इनको न ही रवि ठाकुर और न ही डा. रामलाल मार्कंडेय पसंद थे। जिस तरह से मतदान करने के लिए हजारों लोग मतदान केंद्र नहीं पहुंचे, तो इससे यह भी साबित हो रहा है कि इन्हें दोनों ही प्रत्याशी पसंद नहीं थे। अब इस बार तो और भी सियासी खिचड़ी पक गई है। भाजपा में रवि ठाकुर चले गए हैं और रामलाल मार्कंडेय ने भी हुंकार भरी है।

वोटरों को रिझाना प्रत्याशियों के लिए कड़ी चुनौती से कमी नहीं होगा। बता दें कि 2022 में लाहुल-स्पीति विधानसभा में कुल 25496 मतदाता थे। इनमें से 18801 मतदाताओं ने अपने मतदाधिकार का प्रयोग किया था, जबकि 6695 मतदाताओं ने वोट ही नहीं डाले थे। बता दें कि सुदर्शन जस्पा को 453 वोट पड़े थे और 67 लोगों ने नोटा बटन दबाया था। वहीं, सुदर्शन जस्पा के समर्थन के 457 वोट और जिन लोगों ने मतदान नहीं किया था, ये मतदाता इस बार मतदान को आगे आए, तो प्रत्याशियों की जीत का आंकड़ा बढ़ेगा, लेकिन इस बार लाहुल-स्पीति की सियासी खिचड़ी में सियासत के घी को कौन पिरोएगा, यह इस बार उपचुनाव में देखना रोचक होगा। भाजपा ने कांग्रेस के नेता को अपनी पार्टी में लाने का प्रयास तो बड़ा किया है, लेकिन नेता के भाजपा में जाने से लाहुल-स्पीति में खिचड़ी पक गई है। लाहुल-स्पीति की सियासत काफी डामाडोल सी हो गई है। वहीं, दूसरी तरफ डा. रामलाल मार्कंडेय की कांग्रेस जाने की अटकलों से भी खलबली का माहौल पैदा हो गया है।
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