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यमुना का पानी नहीं है, पानीपत सोनीपत का औद्योगिक वेस्ट पहुंच रहा है दिल्ली: जलबोर्ड

jantaserishta.com
24 March 2023 11:43 AM GMT
यमुना का पानी नहीं है, पानीपत सोनीपत का औद्योगिक वेस्ट पहुंच रहा है दिल्ली: जलबोर्ड
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नई दिल्ली (आईएएनएस)| हरियाणा से यमुना के माध्यम दिल्ली को जो पानी मिलता है, उस पानी को दिल्ली के वजीराबाद और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में साफ किया जाता है। दिल्ली सरकार के मुताबिक 11 दिसंबर से हरियाणा से दिल्ली को लगभग शून्य पानी मिल रहा है। वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास यमुना में जो पानी दिखाई दे रहा है, वो पानी वास्तव में यमुना का नहीं है, बल्कि पानीपत और सोनीपत का औद्योगिक वेस्ट है, जो उनके नालों के जरिए यमुना में आ रहा है। यह पानी बिल्कुल काले रंग का है। इस पानी में प्रदूषक तत्वों की मात्रा इतनी ज्यादा है कि उसको वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से ठीक कर पाना बड़ा मुश्किल है।
अधिकारियों ने बताया कि यमुना में आ रहे गंदे पानी के मुद्दे पर हरियाणा सरकार को दिल्ली जल बोर्ड द्वारा कई पत्र भी लिखे गए हैं। लेकिन उन पत्रों का हरियाणा सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया है। दिल्ली सरकार के मुताबिक इस पानी को ट्रीट करने के लिए दिल्ली सरकार वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास बने यमुना में तालाब पर एक अमोनिया रिमूवल प्लांट लगाएगी। पहले इस प्लांट में यमुना का पानी ले जाकर ट्रीट किया जाएगा, ताकि अमोनिया की मात्रा को कम किया ज सके। इसके बाद ट्रीटेड पानी को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाकर साफ किया जाएगा और फिर दिल्ली के घरों में आपूर्ति की जाएगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने दिल्ली जल बोर्ड को अगले छह महीने के अंदर अमोनिया रिमूवल प्लांट लगाकर इस समास्या का समाधान करने का निर्देश दिया है।
सीएम ने कहा कि हरियाणा के सोनीपत व पानीपत से आने वाले औद्योगिक कचरे से पानी में पैदा हुए अमोनिया को साफ करने के लिए हम जल्द ही तकनीक का इस्तेमाल करेंगे।
समीक्षा बैठक में बताया गया कि हरियाणा के ड्रेन नंबर दो और ड्रेन 8 का पानी यमुना में आ रहा है। यह पानी बहुत ही गंदा है। पानी में भारी मात्रा में अमोनिया की मौजूदगी है, जिसके चलते वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को चलाने में दिक्कत आ रही है।
जलबोर्ड के मुताबिक हरियाणा सरकार द्वारा सहयोग नहीं दिए जाने के बाद दिल्ली सरकार ने अपने स्तर पर यमुना के पानी में मौजूद अमोनिया और अन्य प्रदूषक तत्वों को कम करने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर हरियाणा के औद्योगिक वेस्ट की वजह से यमुना के पानी में बढ़े अमोनिया के स्तर को कम करने के लिए इन-सीटू प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया। यह प्लांट वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास लगाया जाएगा जो यमुना के पानी में मौजूद अमोनिया समेत अन्य प्रदूषकों ट्रीट कर उसकी मात्रा को कम करेगा।
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