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प्रदेश के बेलगाम दवा उद्योग राज्य दवा नियंत्रक प्रशासन के राडार पर

Shantanu Roy
16 May 2024 9:20 AM GMT
प्रदेश के बेलगाम दवा उद्योग राज्य दवा नियंत्रक प्रशासन के राडार पर
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बद्दी। हिमाचल के दवा उद्योगों की साइकोट्रोपिक दवाओं के निर्माण और अवैध आपूर्ति के मामले में सल्पिंतता उजागर होने के बाद राज्य दवा नियंत्रक प्रशासन भी हरकत में आ गया है। इसी कड़ी में राज्य दवा नियंत्रक प्रशासन ने एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स के साथ मिलकर प्रदेश के ऐसे तमाम दवा उद्योगों का औचक निरीक्षण कर शिंकजा कसने का निर्णय लिया है, जिनके पास नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस के तहत लाइसेंस है। प्रदेश में ऐसे 135 दवा उद्योग है, जिनके पास नारकोटिक ड्रग्स के लाइसेंस है, इनमें सबसे ज्यादा उद्योग बीबीएन, काला अंब व पावंटा साहिब क्षेत्र में है। इन लाइसेंस शुदा दवा उद्योगों पर राज्य दवा नियंत्रक प्रशासन की टीम दबिश देगी और निर्धारित मानकों की अनुपालना व मानक संचालन प्रक्रिया से सबंधित सभी पहलुओं की विस्तृत जांच करेगी । राज्य दवा नियंत्रक प्रशासन ने तय किया है कि खामियां पाए जाने पर दवा उद्योगों का उत्पाद लाइसेंस रद्द या निलंबित किया जाएगा।
यहां उल्लेखनिय है कि बद्दी स्थित स्माईलैक्स व बायोजेनेटिक ड्रग उद्योग के साइकोट्रोपिक दवाओं के निर्माण और अवैध आपूर्ति के मामले में घिरने के बाद फार्मा हब कहे जाने वाले हिमाचल की छवि भी धूमिल हुई है। हालांकि इन दोनों उद्योगों में उत्पादन के स्तर पर कोई अनियमितता अभी तक सामने नही आई है, लेकिन ब्रिकी व आपूर्ति के स्तर पर गड़बड़ी के उठ रहे सवालों के बाद राज्य दवा नियंत्रक प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया है। इसी कड़ी में तय किया गया है कि प्रदेश में जिन उद्योगों के पास नारकोटिक्स ड्रग्स निर्माण के लाइसेंस है उनकी गहनता से पड़ताल की जाएगी और सभी निर्धारित मानदंड़ो की कड़ाई से अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा निर्धारित एसओपी की अनुपालना हो इसे पुख्ता करने के लिए निगरानी तंत्र को भी सशक्त किया जाएगा। सनद रहे की बीते सप्ताह बददी के दो दवा उद्योगों से चल रहे नशीली दवाओं के इंटरस्टेट स्पलाई नेटवर्क का भंड़ाफोड़ होने के बाद राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने पूरे मामले की गहनता से जांच के लिए सहायक लाइसेंसिंग प्राधिकारी की अध्यक्षता में चार औषधि निरीक्षकों की एक कमेटी गठित की है जिसे एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए है। राज्य दवा नियंत्रक के निर्देशों के बाद दवा निरिक्षक सभी 135 दवा उद्योगों का रिकार्ड खंगालना शुरू कर दिया है।
राज्य दवा नियंत्रक मुनीष कपूर ने पुष्टि करते हुए बताया कि उद्योगों की सूची तैयार कर ली गई है, जल्द ही एंटी-नारकोटिक टास्क फोर्स के साथ मिलकर दवा उद्योगों का औचक निरिक्षण किया जाएगा। कायदे कानूनों व नियमों की अवहेलना करने वालों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। बॉयोजेनेटिक ड्रग प्राइवेट लिमिटेड पर पंजाब पुलिस की एसटीएफ दवारा की गई कार्रवाई के बाद राज्य दवा नियंत्रक प्रशासन ने कंपनपी प्रबंधन को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर तमाम आरोपों पर स्पष्टीकरण तलब किया था, जिसकी मियाद बुधवार को पूरी हो गई और कंपनी प्रबंधन ने कोई जबाब दायर नहीं किया है। इसी कड़ी में अब तय है की गुरुवार को बॉयोजेनेटिक ड्रग प्राइवेट पर राज्य दवा नियंत्रक कड़ी कार्रवाई अमल में लाएगा। इसके तहत बायोजेनेटिक के भी तमाम ड्रग प्राडक्ट लाइसेंस व परिमशन को रद्द किया जा सकता है।
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