लक्ष्मण जोधपुर के बिलाड़ा इलाके के खेजड़ला गांव के रहने वाले थे. लक्ष्मण जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से राजौरी सेक्टर में किये गये सीज फायर के उल्लंघन के दौरान हुई गोलाबारी में घायल हो गये थे. उनका सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. लक्ष्मण महज 21 साल की उम्र में बुधवार को देश के लिये शहीद हो गये. लक्ष्मण के शहादत की खबर सुनते ही खेजड़ला गांव में शोक की लहर छा गयी.
शहीद लक्ष्मण के पिता खेतीबाड़ी का काम करते हैं. लक्ष्मण के घर में माता-पिता और एक छोटा भाई तथा बहन है. पूरा परिवार शादी की खुशियों को लेकर उत्साहित था. अगले महीने लक्ष्मण का विवाह होने वाला था. इसके लिये लक्ष्मण छुट्टियों पर घर आने वाले थे. रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में बिना कारण गोलीबारी शुरू कर दी थी. इस गोलीबारी में 21 वर्षीय लक्ष्मण गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इस साल नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने की घटना में लक्ष्मण शहीद होने वाले चौथे जवान हैं.
शादी से पहले लक्ष्मण के गांव में पक्का मकान बनाने का काम चल रहा था. शहीद के रिश्तेदारों के अनुसार लक्ष्मण ने एक दिन पहले ही गांव फोन कर मकान के निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में पूछा था.