भारत
सेना के शहीद जवान का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा, आतंकियों ने सेना के ट्रक पर किया था हमला
jantaserishta.com
22 April 2023 9:07 AM GMT
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भुवनेश्वर (आईएएनएस)| सेना के ओडिया जवान देवाशीष बिस्वाल का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर पुरी जिले में उनके पैतृक गांव पहुंचा। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकी हमले में शहीद हुए पांच जवानों में देवाशीष (32) भी शामिल थे।
पुरी जिले के सत्यबाड़ी के पास अलगुम खंडायत साही में उस समय हृदय विदारक दृश्य देखने को मिला जब शहीद जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा।
बिस्वाल की दर्दनाक मौत से पूरे सत्यबाड़ी क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके मित्र, परिवार और साथी ग्रामीण शहीद नायक को सम्मान देने के लिए एकत्रित हुए हैं। लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाया और अपने प्रिय के खोने पर आंसू बहाए जिससे माहौल गमगीन हो गया।
ବୀର ଶହୀଦ ଦେବାଶିଷ ବିଶ୍ୱାଳ ଅମର ରହେ...🙏 pic.twitter.com/OEqGyzLx5M
— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 22, 2023
सत्यबाड़ी और आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग बिस्वाल के पैतृक स्थान पर एकत्र हुए, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इससे पहले सुबह राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, जुड़वां शहर के पुलिस आयुक्त सौमेंद्र प्रियदर्शी और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जवान को श्रद्धांजलि दी। आगमन पर एयरपोर्ट पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पुलिस आयुक्त ने कहा, देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने से बड़ी कोई चीज नहीं है। हमने भुवनेश्वर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका पार्थिव शरीर प्राप्त किया।
बिस्वाल को अंतिम सम्मान देने के बाद ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि देश बिस्वाल के सर्वोच्च बलिदान को याद रखेगा। उन्होंने कहा, वह ओडिशा के गौरव हैं। मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि वे शोक संतप्त परिवार को दु:ख की इस घड़ी में शक्ति प्रदान करें।
ओडिया जवान के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सेना के जवान के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
लांस नायक देबाशीष बिस्वाल 2013 में राष्ट्रीय राइफल्स में जनरल ड्यूटी सैनिक के रूप में शामिल हुए थे। एक साल पहले उनकी शादी हुई थी और उसकी चार माह की एक बेटी भी है। उसने अपने परिवार से अगले महीने (मई में) घर आने का वादा किया था।
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