इंदौर। गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) का रिश्तेदार बताकर एयरपोर्ट पर VIP सुविधा मांगने वाले कारोबारी पुनीत शाह की तलाश जारी है. एयरपोर्ट अथॉरिटी पुलिस को अभी तक उसके बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं करा सकी है. एरोड्रम पुलिस अब फोन नंबर के आधार पर उसकी तलाश कर रही है. पुलिस शाह के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा ipc 420, 419 b के तहत केस दर्ज कर जांच कर रही है.
इंदौर की एरोड्रम थाना पुलिस ने एयरपोर्ट पर पदस्थ टर्मिनल मैनेजर अमोल ठाकुर की शिकायत पर मुंबई के कारोबारी पुनीत शाह के विरूद्ध केस दर्ज किया है. ठाकुर ने पुलिस को शिकायती पत्र लिखा था. उसमें कहा था कि पुनीत शाह खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का रिश्तेदार बताता है और एयरपोर्ट पर वीआईपी सुविधा की जबरन मांग करता है. ये शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने शाह के खिलाफ केस दर्ज किया.
गृहमंत्री का रिश्तेदार बताया
एयरपोर्ट एथॉरटी का आरोप है कि पुनीत शाह खुद अपने परिवार के अन्य सदस्यों के लिए वीआईपी लाउंज में निर्बाध सुविधा की मांग करता है. एयरपोर्ट की तत्कालीन डायरेक्टर आर्यमा सान्याल ने कई बार तो सुविधा मुहैया भी करवा दी थी. लेकिन उसके बाद पुनीत शाह अक्सर विमान तल प्रबंधन से सुविधाओं की मांग करने लगा. शुरुआती वक़्त में बिना शक के उसे सुविधा मुहैया भी करवा दी गई थी. जब यह सिलसिला आम हुआ और पुनीत ने अपने परिवार के भी सदस्यों के लिए लगातार मांग शुरू कर दी तब प्रबंधन को शक हुआ और पुलिस और खुफिया एजेंसी को अलर्ट किया गया. खुफिया एजेंसी ने जानकारी इकट्ठा की तो तो खुलासा हुआ कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पुनीत शाह के बीच कोई संबंध नहीं है. लिहाजा एयरपोर्ट टर्मिनल मैनेजर ने पुलिस से लिखित शिकायत कर दी. पुलिस ने तत्काल पुनीत शाह के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया. एयरपोर्ट प्रबंधन की तरफ से टर्मिनल मैनेजर अमोल ठाकुर ने जो शिकायती पत्र दिया है उसमें धोखाधड़ी और पुनीत शाह का मोबाइल नंबर है. लिहाजा पुलिस ने अन्य औपचारिक जानकारी की मांग अब टर्मिनल मैनेजर से की है. एयरपोर्ट प्रबंधन अब तक पुलिस को पुनीत शाह के मोबाइल नंबर के अतिरिक्त कोई अन्य चीज उपलब्ध नहीं करवा सका है. सीसीटीव्ही फुटेज और जिस दिन यात्रा की उस दिन की टिकट और यात्रा संबंधी अन्य जानकारी उपलब्ध करवाने पर ही पुलिस इस मामले में आगे जांच कर सकेगी.
शुरुआती पड़ताल में पुलिस को पुनीत शाह के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं मिल सकी है. खुफिया एजेंसी के पड़ताल करने पर यह पता चला है कि पुनीत शाह मुंबई का कोई बड़ा कारोबारी है. उसका इंदौर से भी संपर्क है. वह अक्सर इंदौर और मुंबई के बीच हवाई यात्रा करता है. आशंका है कि उसने इस तरह से और भी कई विमानतल को अपना निशाना बनाया होगा.
बहरहाल पुनीत शाह की धोखाधड़ी से एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. आखिर कैसे एक अनजान शख्स सिर्फ नाम और उपनाम का फायदा उठाकर उनकी सुविधा का दुरूपयोग कर लेता है और सुरक्षा में भी सेंध लगा सकता है. कैसे आखिर एयरपोर्ट प्रबंधन ने देश के गृहमंत्री के नाम की आड़ लेकर एक आम आदमी को वीआईपी सुविधा मुहैया करवा दी, वो भी बिना किसी प्रोटोकॉल के? इसमें एयरपोर्ट के किसी कर्मचारी की भी भूमिका संदिग्ध लग रही है.
पुलिस भी फिलहाल एयरपोर्ट की ओर से अधिक जानकारी मुहैया करवाने का इंतजार कर रही है. साथ ही उसके फोन नंबर के आधार पर तलाश कर रही है. सीएसपी एरोड्रम जयंत राठौर के मुताबिक़ एयरपोर्ट टर्मिनल मैनेजर ने एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की है. इसमें स्पष्ट उल्लेख था कि एक शख्स जिसका नाम पुनीत शाह है वह खुद को गृहमंत्री अमित शाह का रिश्तेदार बताता है और वह वीआईपी सुविधा की मांग करता है. वह पहले भी सुविधा हासिल कर चुका है. जानकारी मिली है कि उसका गृहमंत्री से कोई संबंध नहीं है. शिकायती पत्र के आधार पर पुनीत के खिलाफ धारा 420 . 419 बी के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. मामले में जांच की जा रही है. आरोपी की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है.