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नाहन। जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन के गुरुद्वारा दशमेश अस्थान साहिब में चल रहा 10 दिवसीय जोड़ मेला व्यापारियों के खट्टे-मीठे अनुभव के साथ संपन्न हो गया। सोमवार को व्यापारी सुबह से ही दिन भर जहां अपना सामान समेटते नजर आए तो वहीं झूलों व टैंट को उतारने के लिए भी दिन भर कड़ी मशक्कत करते रहे। पूरा चौगान मैदान मेला समाप्त होने के बाद जहां एक उजड़ा आशियाना नजर आ रहा था तो वहीं शहर के लोग मेला समाप्त होने पर जो चंद दुकानें सोमवार को चौगान मैदान में शेष बची थी उनमें खरीददारी के लिए खूब दौड़-भाग करते नजर आए। जहां कुछ व्यापारी पुराने रेट पर ही घाटे का हवाला देकर सामान बेच रहे थे तो वहीं जिन व्यापारियों को इस 10 दिवसीय जोड़ आगमन मेले में लाभ हुआ वह औने-पौने दामों में भी सोमवार शाम तक सामान बेचते नजर आए। नाहन ऐतिहासिक चौगान मैदान में दिल्ली से पहुंचे जाकिर व गुफरान ने बताया कि इस बार नाहन का जोड़ मेला काफी फायदेमंद रहा। उत्तर प्रदेश के व्यापारी सुभाष जोकि रेडिमेड कपड़ों की दुकान लेकर पहुंचे थे ने भी इसे सफल बताया। सहारनपुर से पहुंचे फर्नीचर के व्यापारी इरशाद अहमद ने बताया कि हिमाचल में वह 20 सालों से अलग-अलग स्थानों पर मेलों में फर्नीचर लेकर पहुंचते हैं। नाहन में उनका दूसरा मेला था, परंतु इस बार बिक्री कम रही। दिल्ली से क्राकरी का सामान लेकर पहुंची महिला व्यापारी गीता काफी निराश नजर आई।
गीता ने बताया कि आधा सामान क्राकरी का ट्रांसपोर्ट में टूट जाता है दूसरा बिक्री कम हुई जिस कारण उनकी बिक्री का सारा हिस्सा टैंट व ट्रांसपोर्ट में लग गया है। अब वापिस जाने के लिए भी लाले पड़े गए हैं। मुजफरनगर के शहजाद ने कहा कि नाहन का जोड़ मेला व्यापार के लिहाज से संतोषजनक रहा। वहीं पंजाब के मलेर कोटला के अंकित व पटियाला के शैली ने बताया कि यह मेला कुछ खास नहीं रहा। दिन के समय ग्राहक नजर नहीं आते थे केवल शाम को ही ग्राहकों की भीड़ नजर आती थी। सोमवार को दिन भर व्यापारी अपने टैंट व सामान को समेटते नजर आ रहे थे। चौगान मैदान में चारों ओर कूड़े के ढेर लगे हुए थे जिसको दुरुस्त करने में नगर परिषद को दो से तीन दिन का समय लग जाएगा। गौर हो कि नाहन के गुरुद्वारा श्री दशमेश अस्थान के सामने ऐतिहासिक चौगान मैदान में सिक्खों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज के नाहन आगमन कार्यक्रम के तहत यह जोड़ मेला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व सिक्ख नौजवान के अलग-अलग कमेटियों द्वारा आयोजित की जाता है। इस दौरान गुरुद्वारा साहिब में 10 दिन तक अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। 10 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान गुरुद्वारा श्री दशमेश अस्थान में कीर्तन समागम व नगर कीर्तन का आयोजन किया गया तो वहीं गुरुद्वारा टोका साहब से भी नगर कीर्तन नाहन पहुंचा। गौर हो कि 339 साल पूर्व श्री गुरु गोविंद सिंह जी नाहन पधारे थे। इस याद में गुरु गोविंद सिंह महाराज को याद करते हुए 10 दिवसीय आगमन जोड़ मेले का आयोजन हर वर्ष किया जाता है। कार्यक्रम के दौरान बाहरी राज्यों से रागी जत्थे व कथा वाचक गुरुद्वारा साहिब में पहुंचते हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नाहन के अध्यक्ष एडवोकेट अमृत शाह ने बताया कि 10 दिवसीय जोड़ मेला सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है।
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