जनता से रिश्ता | 23 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से कुछ हफ्ते पहले ऑस्ट्रेलिया में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई। मीडिया रिपोर्ट्स ने बताया कि पश्चिमी सिडनी के रोजहिल उपनगर में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर की सामने की दीवार को पीएम मोदी के खिलाफ संदेश के साथ स्प्रे-पेंट किया गया था। मंदिन आने वाले श्रद्धुलओं ने शुक्रवार को सुबह मंदिर की दीवारों पर पीएम मोदी के खिलाफ स्लोगन लिखा देखा। यहां तक की मंदिर के गेट पर खालिस्तानी झंडा लटका हुआ दिखाई दिया।
पुलिस कर रही है जांच
मंदिर में नियमित रूप से आने वाली सेजल पटेल ने कहा, “आज सुबह जब मैं पूजा के लिए आई तो मैंने सामने की दीवार पर पीएम के खिलाफ लिखा स्लोगन देखा।” मंदिर के अधिकारियों ने गेट पर एक खालिस्तानी झंडा लटका हुआ पाया और मामले की सूचना न्यू साउथ वेल्स पुलिस को दी। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने मंदिर का दौरा किया और उन्हें हमले की सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराई गई है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी हरकत
ऑस्ट्रेलिया में लगभग दो महीने की खालिस्तान गतिविधियों के बाद एक बार फिर से इस तरह की घटना सामने आई है। मार्च में, ब्रिस्बेन में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर की चारदीवारी को तोड़ दिया गया था। जनवरी में मेलबर्न में तीन हिंदू मंदिरों को खालिस्तानी समर्थकों की तरफ से भारत विरोधी पेंटिंग बनाई गई और भिंडरावाले के समर्थन में नारे लिखे गए थे। बाद में मंदिर के पुजारियों को ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने के लिए धमकी भरे फोन आए।
हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ के बाद फरवरी में ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास से खालिस्तानी झंडे लगे पाए गए थे — विदेश मंत्री एस. जयशंकर की ऑस्ट्रेलिया यात्रा के कुछ ही दिनों बाद। भारत ने बार-बार ऑस्ट्रेलियाई सरकार के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है और इसके खिलाफ कार्रवाई करने और अपराधियों को कानून के कठघरे में लाने के लिए कहा है।
इस साल अपनी भारत यात्रा के दौरान, प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस ने मोदी को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा था कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा उनकी सरकार की प्राथमिकता है। पीएम मोदी मई में जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करने वाले हैं, जहां वे सिडनी में 23-24 मई को क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।