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चालू वित्त वर्ष में 1200 को लखपति बनाने का रखा है लक्ष्य

Shantanu Roy
26 Aug 2024 11:43 AM GMT
चालू वित्त वर्ष में 1200 को लखपति बनाने का रखा है लक्ष्य
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Gaggeret. गगरेट। लखपति दीदी योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चालू वित्त वर्ष में देश की दो करोड़ महिलाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जोडक़र लखपति बनाने के तय किए गए लक्ष्य के बीच विकास खंड गगरेट में भी चालू वित्त वर्ष में गगरेट की बारह सौ महिलाएं लखपति बनेंगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत इस लक्ष्य को हासिल करने का पीछा कर रही खंड विकास कार्यालय गगरेट की टीम ने दो सौ चौतीस महिलाओं को लखपति बनाने में सफलता भी हासिल कर ली है। रविवार को खंड विकास कार्यालय गगरेट में आयोजित एक समारोह में इन महिलाओं को लखपति दीदी के रूप में सम्मानित भी किया गया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के को तहत महिलाओं के स्वयं सहायता समूह गठित कर उन्हें विशेष ट्रेनिंग करवाकर स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाता है। स्वयं सहायता समूह के साथ जुड़ी महिलाओं को स्वरोजगार के लिए निम्न ब्याज दर पर एक लाख रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक ऋण
दिलवाने का भी प्रावधान है।


जो महिलाएं स्वरोजगार अपनाकर लगातार चार व्यवसायिक वर्षों तक एक लाख या इससे अधिक और दस हजार प्रति माह आय सृजित करती हैं उन्हें लखपति दीदी का खिताब दिया जाता है। विकास खंड गगरेट की कई महिलाएं ऐसी हैं जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर सफलता की नई कहानी लिखी है। ग्राम पंचायत गगरेट अप्पर की चंचल बद्धन कृषि सखी के तौर पर भी काम कर रही हैं, लेकिन उन्होंने फूड प्रोसेसिंग में भी हाथ आजमाया। आज वह अचार व बडिय़ां बनाकर ही सालाना दो लाख रुपये की आय सृजित कर रही हैं। ऐसी ही कहानी ग्राम पंचायत गुगलैहड़ की पूजा गौतम की है। पूजा भी मुरव्वा, अचार बनाकर सालाना अढ़ाई लाख रुपये की आय प्राप्त कर रही हैं। मरवाड़ी की कविता देवी, भद्रकाली की सविता शर्मा, ब्रह्मपुर की नैंसी व नंगल जरियालां की सुषमा जरियाल भी ऐसी महिलाएं हैं जो राष्ट्रीय गरामीण आजीविका मिशन के माध्यम से स्वरोजगार अपनाकर स्वावलंबी बनी हैं। खंड विकास कार्यालय गगरेट में कार्यरत समाज शिक्षा आयोजिका ललिता कुमारी व मिशन कार्यकारी रोहित कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रयास जारी है।
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