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Pandoh. पंडोह। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी से पंडोह के बीच फोरलेन निर्माण कार्य विवादित तो रहा है साथ ही दुर्घटनाओं में लोगों की मौत का कारण भी बना है। पिछली बरसात में मंडी से पंडोह डैम तक इस सडक़ मार्ग ने चालकों व आम लोगों को खून के आंसू रूलाए थे। बावजूद इसके न तो जिला प्रशासन और न ही एनएचएआई ने कोई सबक लिया। अभी बरसात की आहट मात्र से ही मंडी से पंडोह की ओर चार मील के पास केएमसी कंपनी द्वारा निर्मित लाखों का डंगा धंस गया है। जिस कारण एनएच सडक़ मार्ग एक से दो फु ट तक धंस गया है। वाहन चालक व आम लोग परेशान हैं और भयभीत हैं। क्योंकि यह डंगा कभी भी गिर सकता है। जो किसी बड़े हादसे का भी कारण बन सकता है।
बरसात में डंगा गिर जाने से सडक़ मार्ग फिर से बाधित हो सकता है। यह ऐसा प्वायंट है कि यहां से वैकल्पिक सडक़ मार्ग निकालना असंभव जैसा है। लाखों रुपए की लागत से इस डंगे का निर्माण किया गया था। जिसमें गुणवत्ता के सभी मानकों को नजरंदाज किया गया। परिणामस्वरूप सडक़ मार्ग में बड़ी.बड़ी दरारें साफ़ दिखाई दे रहीं हैं। जो केएमसी कंपनी व एनएचएआई की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान हैं। यह स्थान वाहनों के कल पुर्जों पर भी भारी पड़ रहा है। इसके साथ ही हादसे का अंदेशा निरंतर बना हुआ है। मगर जिला प्रशासन आंखें मंूद कर केएमसी कंपनी पर निरंतर मेहरबान है। तभी तो एक दिन में सडक़ मार्ग 4-4 घंटे के लिए बंद करते हुए आम लोगों को परेशान किया जाता रहा है। पिछली बरसात में भी यहां पर सडक़ धंसने से केएमसी कंपनी की पोल खुली थी। बड़े लंबे समय बाद यह डंगा निर्मित होने से दो तरफ ा वाहनों की आवाजाही हो सकी थी। यह घटिया निर्माण सामग्री व नाममात्र एनएचएआई की निगरानी का परिणाम है।
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