नई दिल्ली: स्मार्ट मोबाइल के क्षेत्र में क्रांति ने दुनिया में सोशल मीडिया क्रांति को जन्म दिया. फिक्की व अमहा की ओर से संयुक्त अध्ययन के अनुसार जनवरी 2023 से भारत क्रमिक रूप से इंटरनेट यूजर्स के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर पहुंच चुका है. देश में 550 मिलियन से अधिक यूजर्स सक्रिय रूप से ऑनलाइन रहते हैं. अक्टूबर 2023 के डेटा के अनुसार हालिया जनगणना के अनुसार दुनिया की 61.4 फीसदी आबादी सोशल मीडिया का उपयोग करती है. हर सेकंड 9.6 से ज्यादा नए यूजर्स की दर से सोशल मीडिया पर बढ़ रहे हैं.
क्यों मनाया जाता है सोशल मीडिया दिवसः प्रारंभ में सोशल मीडिया एक दूसरे से जुड़ने का प्लेटफार्म था. धीरे-धीरे सोशल मीडिया उन लोगों की आवाज बन गई, जिन्हें समाज के परंपरागत मीडिया में समुचित स्थान नहीं मिल पा रहा था या कहें तो वहां तक परंपरागत मीडिया वहां तक नहीं पहुंच पा रही थी. सोशल मीडिया की मदद से हरेक व्यक्ति अपनी आवाज दुनिया के हर कोने में पहुंचाने में सक्षम है.
सोशल मीडिया के कारण व्यक्तिगत स्तर व सामाजिक स्तर पर परिवर्तनों को फोकस करने के लिए हर साल 30 जून को दुनिया भर में सोशल मीडिया दिवस मनाया जाता है. 30 जून 2010 में मैशबन (Mashable) नामक सोशल मीडिया कंपनी की ओर से पहली बार इस दिवस का आयोजन किया था. इसके बाद से हर साल 30 जून को सोशल मीडिया दिवस मनाया जाता है.पहला सोशल मीडिया नेटवर्क सिक्स डिग्रीज है. इसके फाउंडर एंड्रयू वेनरिच हैं. 1997 में यह सिक्स डिग्रीज अस्तित्व में आया. 2001 में यह प्लेटफार्म बंद हो गया.