भाभी की मौत होने पर ननद को लगा सदमा, अंतिम संस्कार के वक्त तोड़ा दम

यूपी। बदलते माहौल में कहीं न कहीं रिश्तों को सहेजना और प्रेम बनाए रखना किसी चुनौती से कम नहीं लगता। ऐसे में अपनी भाभी के पार्थिक शरीर पर रोते बिलखते ननद भी चले बसे तो उनकी प्रेम का अजब संयोग कह सकते हैं। मैनपुरी के भोगांव क्षेत्र के गांव बलारपुर में भाभी की मौत की खबर पाकर उनकी कासगंज के नगरिया में रहने वाली ननद अपने परिवार के साथ अंतिम दर्शन को पहुंची। जहां अंतिम दर्शन करते समय रोती बिलखती ननद वहीं धरी की धरी रह गईं। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। परिजन रिश्तेदार भोगांव ले गए। जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। परिजन शव को कासगंज ले आए। उसी दिन कासगंज में ननद और भोगांव बलालपुर में उनकी भाभी का अंतिम संस्कार हुआ। रविवार को भोगांव में दोनों के नाम से शांतिपाठ हुआ।
भोगांव के बलालपुर गांव में एक जुलाई को महिला भगवान देवी की मृत्यु हो गई। जिनका अंतिम संस्कार दो जुलाई को सुबह 10 बजे होना था। इस सूचना पर कासगंज के मानपुर नगरिया गांव से उनकी ननद वशुंधरा उर्फ सत्यवती अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अपने पुत्र शिक्षक राजीव शाक्य व बहू समेत सुबह ही बलालपुर पहुंच गए। उनके पुत्र राजीव शाक्य ने बताया कि, जैसे ही हमारी मां ने अपनी भाभी भगवान देवी के अंतिम दर्शन किये तो रोते-रोते उनकी वहीं मृत्यु हो गई। ननिहाल में अफरा-तफरी मच गई।
संतुष्टि के लिए हम मां को लेकर भोगांव पहुंचे, तो वहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना हमने ननिहाल में दी तो उनके लिए दोहरा कष्ट हो गया। इसके बाद हम अपनी मां के शव को लेकर कासगंज नगरिया आ गए। यहां पहुंचने पर हमने अपने मामा को सूचना दी। इसके बाद हमारे परिवार ने मां वशुंधरा का यहां अंतिम संस्कार किया तो वहीं भोगांव बलारपुर में हमारी मां की भाभी की अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने बताया कि, ननिहाल वालों ने रविवार को हमारी मामी और मां के नाम से शांतिपाठ कराया है। राजीव शाक्य ने बताया कि, मामी और हमारी मां के बीच बहुत प्रेम था।