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ATM कैश लोड करने पहुंची वैन से लूट, दो युवकों ने 2 करोड़ 62 लाख रुपए लूटा

jantaserishta.com
8 April 2022 3:03 PM GMT
ATM कैश लोड करने पहुंची वैन से लूट, दो युवकों ने 2 करोड़ 62 लाख रुपए लूटा
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रोहतक: हरियाणा में रोहतक के सेक्टर-1 में बाइक सवार दो युवकों ने ATM में कैश लोड करने पहुंची वैन से तकरीबन 2 करोड़ 62 लाख रुपए लूट लिए। वैन के गार्ड ने युवकों का विरोध किया तो बदमाशों ने उसे गोलियां मार दीं। युवक सारी रकम बोरे में भरकर फरार हो गए।

दिनदहाड़े शहर में करीब पौने तीन करोड़ रुपए की लूट की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप सा मच गया। रोहतक के एसपी उदयवीर सिंह मीणा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वारदात स्थल का जायजा लिया। पुलिस ने जिलेभर में नाकाबंदी कर दी। इलाके और आसपास के एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज से लुटेरों के बारे में डिटेल जुटाई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, अलग-अलग बैंकों के ATM में कैश डालने वाली कंपनी में तैनात दो कर्मचारी शुक्रवार दोपहर को रोहतक के सेक्टर-1 स्थित एटीएम में कैश डालने पहुंचे। दोनों कर्मचारी वैन से उतरे ही थे कि बाइक पर पहुंचे दो युवकों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। युवक कैश लूटने लगे तो गार्ड ने विरोध किया। युवकों ने गार्ड को दो गोलियां मार दीं। गोलियां लगते ही गार्ड नीचे गिर गया। इसके बाद युवक वैन में पड़ा कैश बोरे में डालकर फरार हो गए। फिलहाल कैश कितना था, इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। हालांकि शुरुआती जानकारी में लूटी गई राशि 2 करोड़ 62 लाख रुपए बताई जा रही है। रोहतक के एसपी ने भी लूटी गई रकम दो करोड़ रुपए से अधिक बताई।
बदमाशों ने रेकी करके पूरी वारदात को अंजाम दिया। बदमाश पहले से वैन का पीछा कर रहे थे। कैश वैन तीन बैंकों का पैसा लेकर अलग-अगल एटीएम में डिस्ट्रीब्यूट कर रही थी। जब वैन सेक्टर-1 में ATM के सामने आकर रूकी तो वहां बाइक पर दो युवक पहले से खड़े थे। उन्हें पता था कि कैश वैन के कर्मचारी ATM में कैश लोड करेंगे। वैन के कर्मचारी जैसे ही नीचे उतरकर कैश निकालने लगे तो युवकों ने सिक्योरिटी गार्ड पर गोली चला दी। फायरिंग की आवाज सुनकर कैश वैन में आए 3 कर्मचारी इधर-उधर भाग खड़े हुए। इसके बाद बदमाशों ने संदूकों में भरा कैश बोरे में डाला और बाइक पर लेकर फरार हो गए।
रोहतक के एसपी उदयवीर सिंह ने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड को 2 गोलियां लगी हैं, वह खतरे से बाहर है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के अलावा वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक का नंबर मिल गया है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश करेंगे।
लुटेरों को कैसे पता-किस वक्त आएगी कैश वैन
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नियमानुसार, संबंधित बैंक और ATM लॉजिस्टिक कंपनियों को ATM में कैश लोड करने की पूरी प्रक्रिया गुप्त रखनी होती है। ऐसा इसलिए ताकि कैश को लूटने से बचाया जा सके। कौन से ATM में कितना कैश डालना है? या करंसी चेस्ट से रकम निकालने के बाद कैश-वैन को किस-किस जगह जाना है? इसकी जानकारी कुछ ही लोगों के साथ शेयर की जाती है। RBI की गाइडलाइंस के अनुसार, 'कैश इन ट्रांजिट' में ऑपरेट करने वाली कंपनी को अपनी हर कैश वैन में जीपीएस लगवाना अनिवार्य होता है ताकि उसे ट्रैक किया जा सके। बड़ा सवाल ये है कि रोहतक में वारदात करने वाले बदमाशों को इस बात की जानकारी पहले से कैसे थी कि कैश वैन कितने बजे ATM में नकदी लोड करने पहुंचेगी? वैन में कितना कैश होगा? कैश वैन में कितने लोग होंगे? सूत्रों के अनुसार, यह तय है कि बदमाशों ने वारदात से पहले पूरी रेकी कर रखी थी। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि बदमाश संभवत: पहले से ही कैश वैन का पीछा कर रहे होंगे और सेक्टर-1 में मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दे दिया।
ATM में कैश भरने का जिम्मा कंपनियों के पास
लगभग सभी बैंकों के ATM में कैश लोड करने की जिम्मेदारी कुछ प्राइवेट कंपनियों के पास रहती है। देश में कुछ ही कंपनियां हैं जो 'कैश इन ट्रांजिट' में ऑपरेट करती हैं। इन कंपनियों की कैशवैन अक्सर ATM और बैंकों के बाहर खड़ी नजर आती हैं। दरअसल यह कैश वैन ही बैंकों के करंसी चेस्ट से पैसा निकालकर उसे बैंकों की अन्य ब्रांचों में सप्लाई करने के साथ-साथ ATM में लोड करने का काम करती हैं। जो ATM बैंक परिसर में लगे होते हैं, उनमें कैश डालने की जिम्मेदारी संबंधित बैंक ब्रांच की होती है जबकि बैंक ब्रांच से दूर स्थित ATM में नकदी कैशवैन की मदद से भरी जाती है।
कैश का बीमा, इसलिए बैंक का कोई नुकसान नहीं
'कैश इन ट्रांजिट' में ऑपरेट करने वाली कंपनियां करंसी चेस्ट से निकालकर जो रकम बैंकों की ब्रांच में पहुंचाती है या ATM में लोड करती हैं, उसका पूरा बीमा होता है। इसी तरह ATM में भी जो कैश लोड किया जाता है, उसका भी बीमा होता है। ATM को तोड़कर, उखाड़कर या चोरी करके उनमें से अगर रकम निकाल ली जाती है तो उससे बैंकों को कोई नुकसान नहीं होता। उसकी भरपाई संबंधित बीमा कंपनी करती है।
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