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Srirenukaji. श्रीरेणुकाजी। प्रदेश की एकमात्र प्राकृतिक रेणुकाजी झील की सफाई को लेकर रेणुका सेवा समिति व वन्य प्राणी विभाग आमने-सामने हैं। रेणुकाजी में शनिवार को रेणुका सेवा समिति से जुड़े दर्जनों लोगों ने वन्य प्राणी विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया और इसके बाद सरकार को एक मांग पत्र भी भेजा। रेणुकाजी सेवा समिति से जुड़े लोगों का कहना है कि लोगों की धार्मिक आस्थाओं से जुड़ी रेणुकाजी झील की सफाई को लेकर वन्य प्राणी विभाग गंभीर नहीं है। रेणुका सेवा समिति के प्रमुख सदस्य कुलदीप ठाकुर ने कहा कि रेणुका झील लोगों की आस्थाओं से जुड़ी हुई है और मौजूदा स्थिति में झील में गाद बढ़ती जा रही है जिससे इस झील का अस्तित्त्व खतरे में है।
वन्य प्राणी विभाग ने गर्मियों में झील की सफाई का आश्वासन दिया था, मगर झील की सफाई का कोई कार्य शुरू नहीं हुआ और इसके बाद लोगों ने श्रमदान से सफाई का कार्य शुरू किया जिसे बाद में रोक दिया गया। इस प्रदर्शन के माध्यम से विभाग से आग्रह किया जा रहा है कि जल्द से जल्द झील की सफाई कार्य में तेजी लाएं और इसका सफाई कार्य पूर्ण किया जाए अन्यथा लोगों को मजबूरन बड़े आंदोलन के लिए उग्र होना पड़ेगा। वन्य प्राणी विभाग एसीएफ विनोद रांटा ने बताया कि झील की सफाई को लेकर वन्य प्राणी विभाग गंभीर है और अब झील की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। स्थानीय लोग बड़ी संख्या में आकर झील की खुद सफाई करना चाहते थे, मगर वाइल्ड लाइफ नियमों के मुताबिक अधिक लोगों को इस एरिया में नहीं लाया जा सकता जो जीव-जंतुओं के लिए भी सही नहीं है।
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