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चंबा की भाषा-संस्कृति पर शोध ग्रंथ का विमोचन

Shantanu Roy
11 Nov 2024 10:24 AM GMT
चंबा की भाषा-संस्कृति पर शोध ग्रंथ का विमोचन
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Shimla. शिमला। कला एवं साहित्यिक संस्था (अखिल भारतीय सृजन सरिता परिषद् (पंजी) के सौजन्य से एक नशिस्त-ए-शार्गिदान/ काव्य गोष्ठी का आयोजन सेक्टर 37 बी, चंडीगढ़ में सुविख्यात साहित्यकार बीडी कालिया हमदम साहिब की अध्यक्षता में किया गया। नशिस्त-ए-शार्गिदान/काव्य गोष्ठी के पहले चरण में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा वीर ने संस्था द्वारा कला एवं साहित्य के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। तत्पश्चात प्रख्यात साहित्यकार तेज राज पूंगा द्वारा लिखित शोध ग्रंथ ‘चंबा की भाषा एवं संस्कृति’ का विमोचन उनकी ज्येष्ठ सपुत्री डाक्टर उर्मिला अरोड़ा तथा सपुत्र राजीव पूंगा एवं गणमान्य साहित्यकारों
द्वारा किया गया।


इस पुस्तक पर अपने विचार रखते हुए वीरंद्र शर्मा ने कहा कि यह शोघ प्रबंध चंबा की संस्कृति, भाषा, लोकगीतों एवं वाद्य यंत्रों पर समुचित प्रकाश डालता है जिसे चंबा के परिप्रेक्ष्य में एक संदर्भ ग्रंथ के तौर पर देखा जा सकता है। तदुपरांत काव्य गोष्ठी में शायर बीडी कालिया हमदम साहिब, सुशील ‘हसरत’ नरेलवी, राजबीर राज़, उर्मिला कौशिक सख़ी, हिमाचल प्रदेश से वीरेंद्र शर्मा वीर, कार्तिक ने गजल सुनाकर अपनी-अपनी रचनाओं से समा बांधा। इस मौके पर अध्यक्ष बीडी कालिया हमदम साहिब ने कहा कि साहित्य ऐसा रचा जाना चाहिए जो समाज की सेवाकर सके और जिसमें इनसानियत व मुहब्बत का पैगाम हो। अंत में, संस्था की चंडीगढ़ इकाई के महासचिव कृष्ण कांत सारथी ने सभी का आभार प्रकट किया।
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