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Rajsamand. राजसमंद। राजसमंद ओडीएफ प्लस पंचायत के कचरा संग्रहण केन्द्र के पास वेस्ट प्लास्टिक के पाउच से इनोवेशन का आइडिया आया। आज 60 हजार से अधिक वेस्ट बोतलों में प्लास्टिक की 30 लाख पन्नियां व पाउच पैक कर दिए।प्लास्टिक की उड़ती और बिखरी हुई प्लास्टिक की पन्नियों से नवाचार करने का आइडिया आया। इसके लिए एक अभियान चलाकार लोगों को जोड़ा और कुछ ही महीनों में 60 हजार वेस्ट बोतल में 30 लाख पन्नियों को पैक कर डाला। इनसे ईको ब्रिक्स बनाई, जिनसे बाउंडरी और चबूतरें तक बना डाले। ये नवाचार किया है राजसमंद जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हनुमान सिंह राठौड़ ने। दरअसल जिला परिषद के सीईओ राठौड़ ग्रामीण क्षेत्र में ओडीएफ प्लस पंचायतों का दौरा किया।
इस दौरान वहां उन्हें कचरा संग्रहण केंद्र पर प्लासिटक की पन्नियां और पाउच बिखरे पड़े मिले। जिससे पंचायत के ओडीएफ प्लस होने के बावजूद गांव में, खेतों में प्लास्टिक उड़ते हुए और बिखरे हुए मिला, जो खराब लगा रहा था। बस यही बस सीईओ राठौड़ के मन में बैठ गई। उन्होंने तभी से कुछ नवाचार करने का तय किया। इसके बाद सीईओ ने प्लास्टिक की पन्नियों और पाउच के निस्तारण के लिए नवाचार करते हुए प्लास्टिक की वेस्ट बोतल में पन्नियों को भरने का संकल्प लिया। संकल्प की शुरूआत खुद से की और धीरे—धीरे संकल्प ने अभियान का रूप ले लिया।प्लास्टिक की पन्नियों व पाउच को इकट्ठा करने के लिए सीईओ राठौड़ ने जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत से प्रतिदिन 5 प्लास्टिक की बोतल इकट्ठा करने का टारगेट रखा। इसी का नतीजा है कि आज पंचायती राज के कर्मचारियों सहित नरेगा श्रमिकों के योगदान से 40 हजार से अधिक प्लास्टिक की वेस्ट बोटल इकट्ठा हो चुकी है।
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