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मेडिकल काॅलेज नेरचौक में रैगिंग, एमबीबीएस कर रहे 6 प्रशिक्षु निष्कासित

Shantanu Roy
17 Sep 2023 10:10 AM GMT
मेडिकल काॅलेज नेरचौक में रैगिंग, एमबीबीएस कर रहे 6 प्रशिक्षु निष्कासित
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नेरचौक। श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल काॅलेज नेरचौक में रैगिंग का मामला सामने आया है। काॅलेज प्रबंधन ने रैगिंग में संलिप्त 6 एमबीबीएस प्रशिक्षुओं, जिनमें 2 छात्राएं भी शामिल हैं, उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए निष्कासित करने के साथ-साथ 25-25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। बताया जा रहा है कि सीनियर छात्रों ने प्रथम बैच के प्रशिक्षुओं की रैगिंग होस्टल में की है। सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि सीनियर छात्रों द्वारा 4 दिन पूर्व रैगिंग की गई थी। मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन जब 2 दिन पूर्व लड़कियों द्वारा भी रैगिंग की गई तो एक प्रताड़ित प्रशिक्षु ने अपने परिवार वालों को इस संबंध में अवगत करवाया। इस चलते काॅलेज प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए और तुरंत मामले को एंटी रैगिंग कमेटी को सौंपा गया। एंटी रैगिंग कमेटी ने परत दर परत मामले की जांच कर काॅलेज के 4 छात्रों और 2 छात्राओं की रैगिंग के मामले में संलिप्तता पाई।
जिस पर कमेटी की अनुशंसा पर काॅलेज प्रबंधन ने उक्त कार्रवाई अमल में लाई है। काॅलेज प्रधानाचार्य डाॅ. डीके वर्मा ने बताया कि संस्थान में रैगिंग की घटना दर्ज की गई। जांच में पाया गया कि 2022 बैच के कुछ एमबीबीएस छात्र 2023 के फ्रैशर बैच के साथ रैगिंग की घटना में शामिल थे। शनिवार को संस्थान की एंटी रैगिंग कमेटी की एक बैठक बुलाई गई। समिति ने विस्तृत जांच के बाद निष्कर्ष निकाला कि कुछ छात्र रैगिंग के कृत्य में शामिल थे और दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित की। घटना में शामिल छात्रों की कुल संख्या 6 थी, उन सभी को 6 महीने के लिए छात्रावास से निष्कासित किया जा रहा है, साथ ही 3 महीने के लिए शैक्षणिक सत्र में भाग लेने से रोक दिया गया है। प्रत्येक छात्र को 25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया गया है। सभी को चेतावनी दी गई है कि कोई भी रैगिंग करते हुए पाया गया तो सहन नहीं किया जाएगा। अगर भविष्य में रैगिंग जैसे मामलों की पुनरावृत्ति होती है तो संलिप्त प्रशिक्षुओं को काॅलेज से निष्कासित भी किया जा सकता है।
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