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मां नयनादेवी के दर सफाई व्यवस्था पर सवाल

Shantanu Roy
22 Aug 2024 11:13 AM GMT
मां नयनादेवी के दर सफाई व्यवस्था पर सवाल
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Nayana Devi. नयना देवी। श्री नयना देवी में सफाई व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। मंदिर एरिया में लावारिस की तरह पड़े कूड़े की बोरियां इस बात का गवाह हैं। गंदगी का आलम होने की वजह से स्थानीय जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है। आलम यह है कि न तो नयना देवी नगर परिषद सफाई की ओर पूर्ण ध्यान दे पा रही है और न ही मंदिर न्यास पूरी तरह से जिम्मेदारी सफाई व्यवस्था संभाल पा रहा है। साथ ही अब मंदिर न्यास द्वारा दिया गया 78 लाख रूपए का ठेका भी सफाई व्यवस्था पर एक प्रश्न चिन्ह अंकित कर रहा है। या यूं कहें की माता श्री नयना देवी जी का पैसा अब यूं ही व्यर्थ लुटाया जा रहा है। जिसके चलते आज श्री नयना देवी में नगर व्यवस्था, स्थाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। हालात यह है कि कूड़े के ढेर अब सरेआम दिखाई दे रहे हैं। यहां तक मंदिर के समीप मंदिर न्यासी के घर के समीप में कूड़े के ढेर की बोरियां पड़ी हुई है, जिसे न तो मंदिर द्वारा दिए गए ठेकेदार ने उठाना उचित समझा ना ही नगर परिषद के ठेकेदार उठा रहा है और न ही प्रशासनिक अधिकारी इस पर कोई कार्रवाई करना आवश्यक समझ रहे हैं। जबकि नयना देवी मंदिर
न्यासी का घर समीप है।

लेकिन गड़बड़ा रही सफाई व्यवस्था को देखकर चुप्पी साध लेते हैं। मंदिर न्यास तथा नगर परिषद अपनी जिम्मेवारी पूरी तरह से निभा नहीं पा रहा है। जब भी नगर परिषद में कार्यकारी अधिकारी से पूछा जाता है तो वह पल्लू झाड़ देते हैं कि अब मंदिर के पास सफाई व्यवस्था है तथा अब यह कार्य क्षेत्र मंदिर का है। वहीं मंदिर न्यास के अधिकारी से बात की जाती है तो उनका कहना है कि नगर परिषद की भी जिम्मेवारी बनती है वह भी अपनी जिम्मेदारी निभाएं, लेकिन नगर परिषद अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं। अब नयना देवी में सफाई व्यवस्था दोनों संस्थाओं मन्दिर न्यास तथा नगरपरिषद के बीच में टकराव की स्थिति बन गई है। ऐसे में न तो मंदिर प्रशासन काम कर कर रहा है तथा न ही नगर प्रशासन काम कर रहा है। जिसके चलते अब सफाई व्यवस्था पूरी तरह से नयना देवी में चरमराने लग पड़ी है। यहां यह बता दें कि मंदिर न्यास ने अभी हाल ही में 78 लाख रुपए का ठेका सुलभ इंटरनेशनल को दिया था, जबकि नगर परिषद का भी ठेका सुलभ की संस्था के पास है। लेकिन कर्मचारी न होने के कारण सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है, जिससे के चलते जब भी कंपनी के इंचार्ज से पूछा जाता है तो वह जल्द कूड़ा उठाने की बात तो करता है, लेकिन उठा नहीं पा रहा है। वहीं, कार्यकारी अधिकारी का कहना है कि अब सफाई का अधिकार न्यास ने अपने अधीन लिया है तथा मंदिर ही सफाई व्यवस्था का काम कर रही है।
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