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Banjar में विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

Shantanu Roy
18 Aug 2024 12:01 PM GMT
Banjar में विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
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Banjar. बंजार। शनिवार को बंजार में विधायक सुरेंद्र शौरी के खिलाफ पहली बार कांग्रेस पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। एपीएमसी के अध्यक्ष राम सिंह मियां और बंजार कांग्रेस अध्यक्ष तेजा ठाकुर की संयुक्त अध्यक्षता में विशाल रैली का आयोजन किया गया और विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। विधायक पर आरोप है कि उन्हें कांग्रेस के विकास कार्य रास नहीं आ रहे हैं और बंजार में अधिकारियों को धमकाया जा रहा है। रैली को संबोधित करते हुए राम सिंह मियां ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल के दौरान बंजार में दो भाइयों ने सरकार चलाई। एक विधायक के तौर पर भाषण देता रहा, जबकि दूसरा भाई ठेकेदारी से सरकार को लूटता रहा। उन्होंने कहा कि विधायक ने इसके अलावा पतीदार बाहर के ठेकेदार रखे। विकास कार्यों में अपने टिपर लगाए, जेसीबी और फोटो स्टेट मशीने तक लगाई। उन्होंने कहा कि विधायक अपने घर तक सडक़ तक नहीं बना पाए। जबकि बंजार में सडकों की हालत खराब रही। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में वन महोत्सव मनाया गया, जिसकी अध्यक्षता विधायकों ने की। लेकिन गांव के लोगों ने उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत नहीं किया। इसलिए विधायक ने अधिकारियों को
धमकाना शुरू किया।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने काम करना शुरू किया है। तब से बंजार विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुरेंद्र शौरी सत्ता से बाहर होने की छटपटाहट से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। ऐसे में आए दिन कांग्रेस संगठन से जुड़े पदाधिकारियों, प्रदेश सरकार द्वारा मनोनीत नेताओं के कार्य करने की शैली पर अभद्र टिप्पणी करते रहते हैं, क्योंकि विधायक नहीं चाहते कि उनके सिवाय कोई दूसरा व्यक्ति बंजार विधानसभा चुनाव क्षेत्र के विकास कार्यों को आगे बढ़ाएं, जो अधिकारी बंजार विधानसभा चुनाव क्षेत्र में प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री द्वारा चलाई गइ कल्याणकारी योजनाओं, महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों, विकास कार्यों को निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं। उन पर बंजार के विधायक बेवजह से कभी प्रिविलेज नोटिस की धमकी, कभी विधानसभा से नोटिस के अतिरिक्त फोन की टैपिंग और फोन से अधिकारियों को डराने धमकाने का सिलसिला चला रखा है। कभी किसी के कार्यालय में जाकर अपने दल के कार्यकर्ताओं के साथ प्रमुख अधिकारियों को कार्यालय कक्ष से बाहर निकालकर प्रताडि़त किया जा रहा है। उन पर अभद्र टिप्पणी की जा रही है जो उचित नहीं है। क्योंकि अगर बंजार के अधिकारियों को इस प्रकार से प्रताडि़त किया जाता रहा और परेशान किया जाएगा तो इसका खामियाजा बंजार के विकास कार्यों पर पड़ेगा। विधायक को इस तरह से अधिकारियों को नहीं डराना नहीं चाहिए।
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