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नई दिल्ली। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने 50वें जी7 शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचे यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का स्वागत किया।
#WATCH | Borgo Egnazia: Italian PM Giorgia Meloni receives United Kingdom PM Rishi Sunak, as he arrives for the 50th G7 Summit. (Video Source: Reuters) pic.twitter.com/fpGFlnDZ2r
— ANI (@ANI) June 13, 2024
भारत ने इटली में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने वाले खालिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इटली में हाल ही में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया गया था, लेकिन बुधवार को ही खालिस्तानी चरमपंथियों ने इस प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। आरोपियों ने प्रतिमा पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को लेकर भी बातें लिखीं। निज्जर की बीते साल कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जी-7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रही इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, जर्मनी के चांसलर, ओलफ शोल्ज, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का स्वागत किया।
कांग्रेस ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके तीसरे कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा को लेकर कटाक्ष किया। कांग्रेस ने कहा कि 'वह इस साल के जी7 शिखर सम्मेलन में 'अपनी कमजोर हुई अंतरराष्ट्रीय छवि को बचाने' के लिए इटली जा रहे हैं।' कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि 'अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन और जापान के राष्ट्राध्यक्षों का जी7 शिखर सम्मेलन 1970 के दशक के उत्तरार्ध से हो रहा है।' उन्होंने बताया कि 1997 से 2014 के बीच रूस भी इसका सदस्य था। रमेश ने कहा कि '2003 से भारत, चीन, ब्राजील, मैक्सिको और दक्षिण अफ्रीका को भी जी7 शिखर सम्मेलनों में आमंत्रित किया गया है।'
उन्होंने कहा कि भारत के दृष्टिकोण से जी7 शिखर सम्मेलनों में सबसे प्रसिद्ध जून 2007 में जर्मनी के हेलिगेंडम में हुआ था, क्योंकि यहीं पर वैश्विक जलवायु परिवर्तन वार्ता में समानता सुनिश्चित करने के लिए प्रसिद्ध सिंह-मर्केल फॉर्मूला पहली बार दुनिया के सामने पेश किया गया था। रमेश ने कहा, 'इस पर अभी भी चर्चा होती है। डॉ. मनमोहन सिंह और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने इतिहास रच दिया। डॉ. मनमोहन सिंह खोखले आत्म-प्रशंसा के माध्यम से नहीं, बल्कि ठोस आधार पर वैश्विक दक्षिण की आवाज बनकर उभरे।' कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'निश्चित रूप से हमारे 'एक तिहाई' प्रधानमंत्री से यह अपेक्षा करना बहुत ज्यादा है कि वे इस इतिहास को जानें या स्वीकार करें, क्योंकि वे इस साल के शिखर सम्मेलन में अपनी कम होती अंतरराष्ट्रीय छवि को बचाने के लिए आज इटली जा रहे हैं।'
मोदी एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ गुरुवार को इटली जाएंगे, जहां वे 14 जून को शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में भाग लेंगे। तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा होगी। इटली के अपुलिया क्षेत्र में बोर्गो एग्नाज़िया के आलीशान रिसॉर्ट में 13 से 15 जून तक आयोजित होने वाले जी7 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में चल रहे युद्ध और गाजा में संघर्ष का मुद्दा छाया रहेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बुधवार रात इटली पहुंचे, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और यूनाइटेड किंगडम के नेताओं के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विशेष आमंत्रित के रूप में भाग ले रहे हैं।
गुरुवार को बाइडन यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों नेता यूक्रेन के लिए एक द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे, 'यह स्पष्ट करते हुए कि हमारा (अमेरिकी) समर्थन भविष्य में भी लंबे समय तक बना रहेगा'। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जलवायु परिवर्तन और आपूर्ति श्रृंखला जैसी कुछ नई महत्वपूर्ण चुनौतियों के अलावा यूक्रेन और मध्य पूर्व में युद्ध के जी-7 शिखर सम्मेलन में हावी रहने की उम्मीद है।
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Shantanu Roy
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