भारत
3400 रुपए प्रति क्विंटल गिरा आलू का मूल्य, 2300 रुपए पहुंचा रेट
Shantanu Roy
11 Nov 2024 12:18 PM GMT
x
Una. ऊना। इन दिनों जिला ऊना में आलू की फसल की पटाई अभी पूरी तरह से शुरू भी नहीं हुई है और लगातार आलू की फसल के भाव गिर रहे हैं। इससे किसान चिंता में नजर आ रहे हैं। जिला ऊना में 28 अक्तूबर को आलू की फसल की पटाई शुरू हुई थी तो प्रति क्विंटल पैदावार के भाव 5700 रुपये थे, लेकिन वर्तमान में आलू की फसल के भाव 2300 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। अगर देखा जाए तो जिला ऊना में अभी तक 15 से 20 प्रतिशत से भी कम किसानों ने फसल की पटाई की है और 80 से 85 फीसदी भूमि पर अभी आलू की पैदावार निकालने को बाकी है। बता दें कि जिला ऊना में आलू की फसल की पटाई को शुरू हुए करीब 13 दिन ही हुए थे। इन दिनों में ही फसल के प्रति क्विंटल के 3400 रुपये भाव गिर गए। वहीं, हरोली के कांगड़ निवासी प्रसिद्ध किसान महेंद्र सिंह विक्की ने बताया कि जिला ऊना में कच्ची फसल की पटाई 28 अक्तूबर को शुरू हुई थी। उस दिन से 3-4 नवंबर तक इक्का-दुक्का किसानों ने ही आलू की फसल की पटाई की। लेकिन उसके बाद से अब लगातार आलू की पटाई चल रही है।
उन्होंने बताया कि 5 नवंबर को 3600 से 4000 रुपये, 6 नवंबर को 3800 से 3600 रुपये, 7 नवंबर को 3200 से 3600 रुपये, 8 नवंबर को 3000 से 3200 रुपये और 9 नवंबर को 2800 रुपये से 2400 रुपये तक और 10 नवंबर को 2400 रुपये से 2300 रुपये तक मिला। वहीं, कृषि कारोबारियों के अनुसार इस सीजन जिला ऊना में आलू की फसल की पैदावार बीते वर्ष के मुकाबले 25 से 30 फीसदी कम निकल रही है। किसान अपने खेतों से निकल रही आलू की पैदावार से खुश नहीं है। बेशक शुरूआत के दिनों में किसानों को आलू की फसल के प्रति क्विंटल के भाव करीब साढ़े 5 हजार रुपये तक मिले है, लेकिन पैदावार न निकले से किसानों की हालत हर वर्ष की भांति पतली हो रही है। कृषि विभाग के अनुसार जिला ऊना में इस सीजन 1700 से 1800 हेक्टेयर भूमि क्षेत्र में आलू की फसल की बिजाई हुई है। जहां से करीब 35 हजार मीट्रिक टन आलू की फसल की पैदावार होती है। गौर हो कि अगर इस सीजन किसानों को अगर आलू की पैदावार के मूल्य पिछले वर्षों के मुकाबले ज्यादा मिले हैं तो फसल की बिजाई के समय महंगे बीज का भी प्रयोग किया है। इस वर्ष किसानों ने बिजाई के लिए 2500 रुपये प्रति क्विंटल बीज की खरीदारी की थी।
Next Story