जम्मू-कश्मीर को लेकर पीएम मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक समाप्त हो गई है. बैठक करीब साढ़े तीन घंटे तक चली. शाम 6:30 बजे के करीब कश्मीरी नेताओं संग पीएम मोदी की ये बैठक खत्म हुई. बैठक के बाद 'अपनी पार्टी' के नेता अल्ताफ बुखारी ने बताया कि बातचीत बड़े अच्छे माहौल में हुई. पीएम मोदी ने सभी नेताओं की बात सुनी. बुखारी के मुताबिक पीएम ने कहा है कि परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
जम्मू कश्मीर को लेकर सर्वदलीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह ने सारी पार्टियों को संबोधित किया. गृहमंत्री ने घाटी के विकास का पूरा ब्योरा पार्टियों के सामने रखा कि धारा 370 हटाए जाने के बाद घाटी में किस स्तर के विकास कार्य किए गए हैं. सारी राजनीतिक पार्टियों को भरोसा दिलाया गया कि डीलिमिटेशन प्रक्रिया में सभी राजनीतिक दलों की हिस्सेदारी होगी.
साथ ही गृहमंत्री ने पार्टियों के नुमाइंदों से ये भी कहा कि हर तरीके से पंचायतों को मजबूत करने के लिए कश्मीर में केन्द्र सरकार काम कर रही है. पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि J&K को पूर्ण राज्य का दर्जा जल्द वापस मिले. वहां विधानसभा चुनाव तुरंत कराए जाएं. साथ ही कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास की व्यवस्था हो. वहीं पीडीपी नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा कि मैंने बैठक में कहा कि 370 ख़त्म करने का फ़ैसला जम्मू-कश्मीर विधानसभा के द्वारा होना चाहिए. PM ने जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्ज़ा दिए जाने पर सीधे कुछ नहीं कहा.
बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सबसे पहले विश्वास बहाली होनी चाहिए. हम 5 अगस्त को नहीं मानते हैं. साथ ही, जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए. प्रधानमंत्री संग हुई बैठक से बाहर आने के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''5 अगस्त, 2019 को जो कुछ भी हुआ, उसे हम स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन हम कानून नहीं तोड़ेंगे. हम इसे कानूनी तरीके से लड़ेंगे. हमने प्रधानमंत्री को समझाने की कोशिश की है कि राज्य और केंद्र के बीच विश्वास हिल गया है. केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा लोगों को पसंद नहीं है. वे चाहते हैं कि पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाए. जेके कैडर को बहाल किया जाना चाहिए. परिसीमन ने बहुत संदेह पैदा किया है, इसलिए फिर से देखने की जरूरत है.''